लखनऊ: जिसके खौंफ का किस्सा लोगों को छोड़ सदनों में तक चलती थीं. वो माफिया अतिक अहमद अब अपनी उम्र कैद की सजा साबरमती जेल में काट रहा है. साबरमती जेल में माफिया अतिक अहमद की पहचान कैदी नंबर 17052 के रूप में हो रही है. मिली जानकारी के अनुसार माफिया अतिक अहमद अबतक बाहर का खाना खाता था, लेकिन सजायाफ्ता कैदी होने के बाद से अतिक अंसारी को जेल का खाना ही खाना पड़ेगा.
फेक खबर हो रहा वायरल
इसके साथ ही जानकारी मिल रही थी कि माफिया अतिक अहमद को जेल में झाड़ू लगाने का काम मिला है और भैंसों को धोने की जिम्मेदारी भी मिली है. सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा था कि अतिक अहमद को जेल में 25 रूपये प्रतिदिन की दिहाड़ी भी मिलती थी. इसके लिए उसका बैंक अकाउंट भी खोल दिया गया है. ये सारी बातें सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही थी.
जेल अधीक्षक ने दी जानकारी
इस मामले में एक मीडिया संस्थान की रिपोर्ट के अनुसार मिली जानकारी के अनुसार जेल में सजायाफ़्ता कैदी को अकुशल कैदी को 70 रुपये मिलते हैं. इसके साथ ही सेमी स्किलड को 80 रुपये और स्किलड कैदी को 100 रुपये का मेहनताना मिलता है. इसके साथ ही 25 रुपए वाला दावा भी गलत साबित हुआ. साथ ही साबरमती जेल अधीक्षक के अनुसार जेल में कोई भैंस नहीं है. इस हिसाब से यह दावा भी गलत साबित हुआ कि अतीक अहमद द्वारा भैंस धोने वाली बात भी गलत साबित हुई.