लखनऊ। श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या के ट्रस्टी स्वामी परमानंद की तबीयत खराब हो गई। उन्हें सीने में तेज दर्द होने पर इलाज के लिए भर्ती कराया गया। स्वामी परमानंद को एंबुलेंस से केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गंभीर हालत होने के बाद उन्हें स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय भेज दिया गया। डॉक्टरों की […]
लखनऊ। श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या के ट्रस्टी स्वामी परमानंद की तबीयत खराब हो गई। उन्हें सीने में तेज दर्द होने पर इलाज के लिए भर्ती कराया गया। स्वामी परमानंद को एंबुलेंस से केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गंभीर हालत होने के बाद उन्हें स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय भेज दिया गया। डॉक्टरों की निगरानी में स्वामी परमानंद की हालत स्थिर बताई गई है। प्राथमिक परीक्षण में मामूली हृदयाघात की रिपोर्ट आई है।
टेस्ट में मामूली हृदयाघात बताया गया है। स्वामी परमानंद 77 साल के हैं। महाकुंभ मेला क्षेत्र में माघी पूर्णिमा पर उन्होंने संगम स्नान किया। इसके कुछ देर बाद सीने में दर्द होने लगा। शिष्यों ने इसकी सूचना प्रशासनिक अधिकारियों को दी। सूचना के बाद अधिकारियों ने एंबुलेंस बुलाई। स्वामी परमानंद को केंद्रीय अस्पताल के आइसीयू में भर्ती किया गया। डा. वैशाली सिंह के निर्देशन में डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया। हृदयाघात की जानकारी होने पर बेहतर इलाज के लिए स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय रेफर कर दिया।
एसआरएन में सीनियर फिजीशियन डा. मनोज माथुर और हृदय रोग विशेषज्ञ डा. मोहम्मद शाहिद ने मेडिकल टेस्ट किए। इसके बाद उन्हें कार्डियोलाजी विभाग में भर्ती कराया गया है। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के मीडिया प्रवक्ता डा. संतोष सिंह ने बताया कि स्वामी परमानंद की हालत में सुधार है। उन्हें पहले से ही दिल से जुड़ी बीमारी हुई थी, जिससे यह बीमारी उत्पन्न हुई। वहीं दूसरी ओर, संगम के जिस क्षेत्र में सुबह से मंत्रों की गूंज होती है।
मंत्रोच्चारण हर किसी के कदम को जड़वत कर देते थे। महाकुंभ में हर कोई भजन-कीर्तन में लगा है। जप, तप और साधना की त्रिवेणी में सुख-सुविधाओं का त्याग करके कल्पवासी गोता लगाते रहे। तपस्वी के समान त्याग किया।