लखनऊ। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संचालक डॉ. मोहन मधुकर भागवत ने सोमवार को कारवालोनगर में नवनिर्मित संघ भवन का उद्घाटन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में संघ के कार्यकर्ता उपस्थित रहे। उन्होंने संघ के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए समाज के हर […]
लखनऊ। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संचालक डॉ. मोहन मधुकर भागवत ने सोमवार को कारवालोनगर में नवनिर्मित संघ भवन का उद्घाटन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में संघ के कार्यकर्ता उपस्थित रहे। उन्होंने संघ के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए समाज के हर व्यक्ति को कार्य करना चाहिए।
भारत हिंदू समाज का घर है। संघ जीवन है। संघ का कार्य सबके जीवन में सुचिता और करुणा को लाना है। भागवत ने डॉ. अंबेडकर को याद करते हुए कहा कि उन्होंने हिंदू समाज को विषमता से बाहर लाने का काम किया। भागवत 5 दिन शहर में ही मौजूद रहेंगे। वह अपनी इस यात्रा के दौरान क्षेत्र और कानपुर प्रांत से जुड़े प्रचारकों के साथ बैठक करेंगे। बैठक में अक्टूबर की तैयारी पर चर्चा करेंगे। इतना ही नहीं अक्टूबर में होने वाले संघ के शताब्दी वर्ष की कार्ययोजना तैयार करेंगे। कार्य योजना को पूरे देश में लागू किया जाएगा।
शाम को वह क्षेत्र, विभाग, प्रांत और जिला प्रचारकों के साथ बैठक कर सेवा, समरसता, पर्यावरण के क्षेत्र में किए जाने वाले कार्यों पर भी विस्तार से चर्चा करेंगे। इसमें घर-घर तुलसी वितरण, प्लास्टिक के इस्तेमाल से होने
वाली हानियों जैसे विषयों पर चर्चा होगी। वह 15 और 16 अप्रैल को संघ के छह आयाम में से एक सेवा विभाग के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद 15 को ही कोयला नगर और 16 को निराला नगर की शाखा में हिस्सा लेने जाएंगे। 17 को संघ की प्रांत कार्यकारिणी के साथ संघ शताब्दी वर्ष में संघ पंच परिवर्तन को लेकर चर्चा होगी।
नवनिर्मित चार मंजिल संघ भवन का निर्माण राजस्थान से लाए गए पत्थरों से किया गया है। भवन की पेंटिंग गोबर मिश्रित खास पेंट से की गई है। भवन का मुख्य द्वार और चारदीवारी का निर्माण भी लाल पत्थर से किया गया है। भवन के बेसमेंट में पार्किंग के अलावा एक बड़ी लाइब्रेरी को भी स्थापित किया गया है। लाइब्रेरी में सभी हिंदू धर्मों, इतिहास को बताने वाले साहित्य और ज्ञानवर्धक पुस्तकों को रखा गया है। भागवत ऐसे पहले सर संघ चालक हैं, जो यूपी के किसी संघ भवन में पहली बार प्रवास कर रहे।