लखनऊ। रघुनंदन के अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 16 जनवरी से शुरू हो गया है। आज शनिवार यानी 19 जनवरी को अनुष्ठान का पांचवां दिन है। कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। राम मंदिर को फूलों से सजाया जा रहा है। अतिथि अयोध्या पहुंचने लगे हैं। वहीं मंदिर में दरवाजे लगाने का काम भी चल रहा है। यह काम अनुराधा टिंबर इंटरनेशनल द्वारा किया जा रहा है। इस दरवाजे पर सोने की प्लेटिंग की गई है।
हज़ार साल की गारंटी
अनुराधा टिंबर इंटरनेशनल के मैनेजिंग डायरेक्टर सरथ बाबू ने इसे लेकर कहा कि ये दरवाजे सनातन धर्म की पहचान के साथ बनाये गए हैं। कंपनी ने इस पर सोने की प्लेटिंग की है। 3 साल पहले चंपक राय ने उन्हें एक मॉडल बनाने को कहा था। जैसा अभी बनाया जा रहा है वैसा ही वो रामनवमी पर बनाकर अयोध्या ले गए थे। जून में तमाम इंटरव्यूज के बाद इन्हें शॉर्टलिस्ट किया गया था। फिर दरवाजा बनाने का काम शुरू किया गया। कुल 14 दरवाजे गोल्डकोटेड हैं जिसमें गर्भ गृह, सिंह द्वार और मंडप शामिल हैं। इसमें से गर्भ गृह का डाआवाजा बाकियों से अलग है। बाकी दरवाजों का डिजाइन अलग है। इन दरवाजों पर गजराज बने हुए हैं। साथ में कमल कर देवताओं की मूर्ति भी बनी हुई हैं। इन्हें हाथ से कार्विंग की गई है। इन दरवाजों को 1000 साल तक कुछ नहीं होगा।
हिंगलाज शक्तिपीठ का जल आएगा अयोध्या
इधर शुक्रवार शाम 7 बजे से अस्थायी मंदिर में रामलला के दर्शन बंद कर दिए गए। अब श्रद्धालु 23 जनवरी से नए मंदिर में भगवान राम के दर्शन कर सकेंगे। आज वास्तु शांति पूजा के बाद रामलला को सिंहासन पर बैठाया जायेगा। वहीं पाकिस्तान से हिंगलाज शक्तिपीठ का जल भी अयोध्या पहुंचेगा। इसके अलावा कई देशों का जल अयोध्या लाया गया है।