लखनऊ। रघुनंदन के अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 16 जनवरी से शुरू हो गया है। आज शुक्रवार यानी 19 जनवरी को अनुष्ठान का चौथा दिन है। 22 जनवरी को भव्य मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी। गुरुवार को रामलला की मूर्ति को गर्भगृह में बने आसन पर स्थापित कर दिया गया। आज वैदिक मन्त्रों के साथ औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास किया गया। वहीं मध्य प्रदेश के दमोह के रहने वाले संत बद्री अपनी चोटी से रथ को खींचते हुए रायबरेली पहुंच गए हैं।
32 साल पहले ली प्रतिज्ञा
बता दें कि बद्री अपनी शिखा यानी चोटी से राम रथ खींचकर अयोध्या ले जा रहे हैं। वो दमोह से राम नगरी अयोध्या के लिए निकले हुए हैं। रायबरेली में विश्राम के दौरान उन्होंने कहा कि कारसेवकों पर गोली चलने के बाद उन्होंने ये प्रतिज्ञा ली थी। दरअसल 1992 में उन्होंने प्रतिज्ञा ली थी कि जब भगवान राम का मंदिर बन जायेगा तो वो अपनी चोटी से राम रथ बांधकर पैदल ही रामनगरी जायेंगे। अब अपनी प्रतिज्ञा पूरी करने के लिए वो अयोध्या पहुंचने वाले हैं।
फूलों से सजाया गया राम मंदिर
वहीं प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर राम मंदिर करीब-करीब तैयार हो गया है। मंदिर को फूल-मालाओं से सजा दी गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के सामने फोटो भी खिंचवाई है। इधर आज शाम 7 बजे से श्रद्धालु अस्थाई राम मंदिर में दर्शन नहीं कर पाएंगे। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारी को लेकर यह फैसला लिया गया है। 23 जनवरी की सुबह से रामभक्त भव्य राम मंदिर में रामलला का दर्शन कर सकते हैं।