लखनऊ। रघुनंदन के अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 16 जनवरी से शुरू हो गया है। आज यानी गुरुवार को अनुष्ठान का तीसरा दिन है। दोपहर पौने एक बजे रामलला की मूर्ति गर्भगृह में रखी जा सकती है। वहीं अब तक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लोगन को निमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है। […]
लखनऊ। रघुनंदन के अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 16 जनवरी से शुरू हो गया है। आज यानी गुरुवार को अनुष्ठान का तीसरा दिन है। दोपहर पौने एक बजे रामलला की मूर्ति गर्भगृह में रखी जा सकती है। वहीं अब तक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लोगन को निमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है। इसी बीच राम मंदिर को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उन्हें निमंत्रण से कोई फर्क नहीं पड़ता है। वो 22 जनवरी के बाद अयोध्या जायेंगे।
अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि निमंत्रण से कोई फर्क नहीं पड़ता है। 22 जनवरी के बाद मैं अयोध्या जाऊंगा। प्राण-प्रतिष्ठा के बाद हमारी कोशिश रहेगी कि हम ज्यादा से ज्यादा ट्रेनें अयोध्या भेज सके। अयोध्या जाकर प्रभु राम लला के दर्शन करने के लिए लोग बहुत उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि मुझे 22 जनवरी को अपना कार्यक्रम खाली रखने के लिए कहा गए लेकिन उसके बाद अभी तक कोई निमंत्रण नहीं आया है। मुझे जानकारी मिली है कि केवल एक व्यक्ति को आना है लेकिन मैं अपने पूरे परिवार के साथ रामलला का दर्शन करना चाहता हूं।
वहीं कल प्राण प्रतिष्ठा के दूसरे दिन गर्भ गृह की पूजा की गई। शाम में रामलला की मूर्ति का परिसर भ्रमण होना था लेकिन वो नहीं हो पाया। दरअसल रामलला की नई मूर्ति 200 किलो की है। भारी वजन होने की वजह से परिसर भ्रमण का फैसला बदल दिया गया। इसकी जगह पर रामलला की 10 किलो की चांदी की मूर्ति को रामजन्म भूमि परिसर का भ्रमण कराया गया।