लखनऊ। रघुनंदन के अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 16 जनवरी से शुरू हो गया है। आज यानी बुधवार,17 जनवरी को अनुष्ठान का दूसरा दिन है। आज शाम में रामलला की मूर्ति का परिसर भ्रमण होना था लेकिन वो नहीं हो पाया। दरअसल रामलला की नई मूर्ति 200 किलो की है। भारी वजन होने की वजह से परिसर भ्रमण का फैसला बदल दिया गया। इसकी जगह पर रामलला की 10 किलो की चांदी की मूर्ति को रामजन्म भूमि परिसर का भ्रमण कराया गया।
गर्भ गृह में हुई पूजा
इससे पहले ढाई बजे के करीब निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेंद्र दास और पुजारी सुनील दास ने अयोध्या राम मंदिर के ‘गर्भ गृह’ में पूजा की। इसके बाद महिलाओं ने नंगे पैर कलश यात्रा निकाली। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले रामपथ, धर्मपथ और राम जन्मभूमि पथ पर विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए गए। इसे लेकर भागीय वन अधिकारी(DFO) सुधांशु पांडे ने बताया कि रामपथ, धर्मपथ और राम जन्मभूमि पथ पर वन विभाग द्वारा सजावट का काम हो रहा है। बोगनवेलिया से डिवाइडर बनाया जा रहा है। वृक्षारोपण में समय लगता है। 2-3 साल बाद पूरे मार्ग की सुंदरता बढ़ जाएगी। आने वाले समय में ये पथ पिंक और येलो मार्ग के तौर पर प्रसिद्ध हो जाएगा।
अयोध्या के लिए दो फ्लाइटें शुरू
इधर, अयोध्या के लिए बुधवार को एअर इंडिया एक्सप्रेस सर्विस की दो फ्लाइट शुरू की गई है। ये फ्लाइट अयोध्या को कोलकाता और बेंगलुरु से जोड़ेगी। ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका वर्चुअली इनॉगरेशन किया। मौके पर सिंधिया ने कहा कि 17 दिन के अंदर ही अयोध्या को देश के चारों कोनों से जोड़ दिया गया है।