लखनऊ। रघुनंदन के अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 16 जनवरी से शुरू हो गया है। आज यानी बुधवार,17 जनवरी को अनुष्ठान का दूसरा दिन है। आज रामलला की मूर्ति परिसर में प्रवेश करेगी और उन्हें भ्रमण कराया जायेगा। इसी बीच भगवान राम को मांसाहारी बताने वाले NCP शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड […]
लखनऊ। रघुनंदन के अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 16 जनवरी से शुरू हो गया है। आज यानी बुधवार,17 जनवरी को अनुष्ठान का दूसरा दिन है। आज रामलला की मूर्ति परिसर में प्रवेश करेगी और उन्हें भ्रमण कराया जायेगा। इसी बीच भगवान राम को मांसाहारी बताने वाले NCP शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड ने फिर से राम मंदिर को लेकर टिप्पणी की है।
भगवान राम को मांसाहारी बताने वाले NCP शरद पवार गुट के नेता डॉ. जितेंद्र आव्हाड ने अब कहा है कि 22 तारीख का क्या महत्व है? क्या 22 जनवरी का भगवान राम से कोई संबंध है भी ? 1970 में चुनाव के दौरान भगवान राम के नाम का इस्तेमाल किया गया था और तब से लेकर आज तक हर चुनाव में उनके नाम का इस्तेमाल किया जाता है।
जितेंद्र आव्हाड ने आगे कहा कि हम 22 जनवरी को ही दर्शन क्यों करें? हम 23 या 24 जनवरी को दर्शन करेंगे। साथ ही ये निमंत्रण वाली बात कहां से आई है ? मेरा सवाल तो ये है कि राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को निमंत्रण क्यों नहीं मिला ? राष्ट्रपति को संसद के उद्घाटन में भी आमंत्रित नहीं किया गया? तो क्या जानबूझकर द्रौपदी मुर्मू को किनारे रखा जाता है? बीजेपी महिलाओं का सम्मान नहीं करना चाहती है। बता दें कि रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा में शामिल होने का निमंत्रण पत्र राष्ट्रपति मुर्मू को मिल चुका है।