लखनऊ। 22 जनवरी को होने वाली प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई है। रामभक्तों का अयोध्या पहुंचना शुरू हो गया है। प्राण-प्रतिष्ठा के बाद रामलला अपने गर्भगृह में विराजमान हो जायेंगे। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल आरोप लगा रहे हैं कि मंदिर पूरी तरह से बनकर तैयार नहीं हुआ है लेकिन फिर भी […]
लखनऊ। 22 जनवरी को होने वाली प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई है। रामभक्तों का अयोध्या पहुंचना शुरू हो गया है। प्राण-प्रतिष्ठा के बाद रामलला अपने गर्भगृह में विराजमान हो जायेंगे। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल आरोप लगा रहे हैं कि मंदिर पूरी तरह से बनकर तैयार नहीं हुआ है लेकिन फिर भी लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ये सब कर रही है। वहीं इन आरोपों पर सरयू महाआरती के अध्यक्ष शशिकांत दास महाराज ने जवाब दिया है।
सरयू महाआरती के अध्यक्ष शशिकांत दास महाराज ने कहा कि कुछ लोग प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बारे में बहुत भ्रामक प्रचार कर रहे हैं। मैं याद दिलाना चाहता हूं कि जिस समय सोमनाथ मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी, उस समय मंदिर का गर्भगृह और शिखर नहीं बन पाया था। आज भगवान का गर्भगृह और शिखर भी बनकर तैयार है। अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं होते तो आज ये मंदिर बनकर तैयार नहीं होता।
बता दें कि भारत की सभी प्रमुख नदियों का जल अयोध्या पहुंच चुका है। इन जलों से रामलला का अभिषेक किया जायेगा। प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और नृत्यगोपाल दास अपने विचार रखेंगे। वहीं प्राण-प्रतिष्ठा से पहले रामलला की प्रतिमा की जल वास, अन्न वास, शैया वास, औषधि वास और फल वास पूजा होगी। प्रकांड विद्वान गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ द्वारा तय मुहूर्त के अनुसार दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी।