लखनऊ। कांग्रेस ने राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम से किनारा कर लिया है। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, वर्तमान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। जिसके बाद से भारतीय जनता पार्टी उस पर हमलावर है। कांग्रेस के इस कदम की तीखी आलोचना हो रही है। जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कांग्रेस के फैसले को गलत बताते हुए कहा है कि अब वक़्त आ गया है कि भारत कांग्रेस मुक्त हो।
राम मंदिर में टांग अड़ाने वाले
परमहंस आचार्य ने कांग्रेस पार्टी की आलोचना करते हुए कहा कि इनके पास इतना भी दिमाग नहीं है कि अगर आपको नहीं आना था तो निमंत्रण पत्र नहीं लेते। एक तरफ आपने निमंत्रण कार्ड स्वीकार कर लिया और अब कह रहे हैं कि कार्यक्रम में शामिल नहीं होना है। पहले इन्होंने रामसेतु को लेकर कहा था कि भगवान राम थे ही नहीं, वो काल्पनिक है। ये लोग राम मंदिर में टांग अड़ाने वाले हैं। कांग्रेस की स्थिति ऐसी हो चुकी है जैसे शरीर के किसी भाग में कैंसर का बढ़ जाना। जब ऐसे में कोई ट्रीटमेंट नहीं बचता है तो हटाना पड़ता है।
यह बीजेपी का कार्यक्रम
बता दें कि कांग्रेस नेता प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। इसे लेकर पार्टी की तरफ से एक बयान जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि यह पूरी तरह से आरएसएस/बीजेपी का कार्यक्रम है इसलिए सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी इसमें शामिल नहीं होंगे। कांग्रेस ने इस कार्यक्रम को ”RSS/भाजपा का कार्यक्रम बताया है। उनका कहना है कि भाजपा और आरएसएस के नेताओं द्वारा अधूरे मंदिर का उद्घाटन स्पष्ट रूप से चुनावी लाभ के लिए किया गया है।