लखनऊ। प्रभु राम की नगरी अयोध्या में रामलला के गर्भ गृह (Ram Mandir )का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। 22 जनवरी 2024 को 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड शुभ मुहूर्त में मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। समारोह के लिए अवध में जोर-शोर […]
लखनऊ। प्रभु राम की नगरी अयोध्या में रामलला के गर्भ गृह (Ram Mandir )का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। 22 जनवरी 2024 को 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड शुभ मुहूर्त में मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। समारोह के लिए अवध में जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। सभी को निमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है। प्राण-प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए जो निमंत्रण पत्र सामने आया है। इसमें रामलला और भव्य राम मंदिर की तस्वीर बनी हुई है। निमंत्रण पत्र के साथ संकल्प नाम से एक बुकलेट भी भेजा रहा है।
इस बुकलेट में 1528 से 1984 के दौरान राम मंदिर के लिए संघर्ष करने वाले संतों और अदालती कार्रवाई में शामिल होने वाले लोगों की तस्वीरें और अन्य जानकारी दी गई है। साथ ही इस बुकलेट में देवरहा बाबा की तस्वीर छपी हुई है। बता दें कि देवरहा बाबा ने 33 साल पहले भविष्यवाणी की थी कि राम मंदिर सभी की सहमति से बनेगा। इस बुकलेट में लिखा हुआ है कि रामानुज परम्परा के वाहक दिव्य एवं उच्च आध्यात्मिक शक्तियों से ओतप्रोत पूज्य देवरहा बाबा। 1989 के प्रयाग महाकुम्भ के अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद् द्वारा आयोजित संत सम्मेलन व धर्म संसद में पधारे थे। उन्होंने घोषणा की थी कि विश्व हिन्दू परिषद् मेरी आत्मा है। मेरी सहमति से श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन चल रहा है।
देवरहा बाबा एक सिद्ध महापुरुष और जाने-माने संत थे। बड़े-बड़े राजनेता उनसे आशीर्वाद लेने पहुंचते थे। वो भगवान राम के भक्त थे और श्री कृष्ण को भी राम मानकर पूजते थे। उत्तर प्रदेश के देवरिया के रहने वाले देवरहा बाबा के बारे में कहा जाता है कि वो कई सौ सालों तक जिंदा रहे। कुछ लोग कहते हैं कि देवरहा बाबा 900 साल तक जीवित रहे तो कुछ लोगों का कहना है कि वे 250 साल जिए। हालांकि उनके जन्म और मृत्यु को लेकर काफी कंफ्यूजन है। अब जब 22 जनवरी को राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा होने जा रही है। उनके भविष्यवाणी की खूब चर्चा है।