लखनऊ। एनसीपी शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड ने भगवान राम के बारे में की अपनी विवादित टिप्पणी को लेकर माफ़ी मांग ली है। उन्होंने कहा कि लोकभावनाओं का आदर करते हुए क्योंकि शायद इसपर उनका दिल दुखा होगा मैं खेद व्यक्त करता हूं। 22 जनवरी तक लॉजिक पर नहीं बल्कि भावनाओं पर बात […]
लखनऊ। एनसीपी शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड ने भगवान राम के बारे में की अपनी विवादित टिप्पणी को लेकर माफ़ी मांग ली है। उन्होंने कहा कि लोकभावनाओं का आदर करते हुए क्योंकि शायद इसपर उनका दिल दुखा होगा मैं खेद व्यक्त करता हूं। 22 जनवरी तक लॉजिक पर नहीं बल्कि भावनाओं पर बात होगी।
दरअसल जितेंद्र आव्हाड का कहना है कि मैंने अपने मन से कोई बात नहीं की है। भगवान राम मांसाहारी थे वो वाल्मीकि रामायण में लिखा हुआ है। वाल्मीकि रामायण में 6 कांड हैं जिसमें से अयोध्या कांड के 52 वां सर्ग का 102 नंबर का श्लोक क्या कहता है? फिर भी मैं लोग भावनाओं का आदर करते हुए खेद व्यक्त करता हूं।
एनसीपी शरद पवार गुट का शिर्डी में मेलावा चल रहा है, जिसमें जितेंद्र आव्हाड ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भगवान राम भी मांसाहारी थे। 14 साल उन्होंने वन में गुजारे तो जंगल में खाने के लिए उन्हें क्या मिला होगा। हम भी प्रभु राम के रास्ते पर ही चल रहे हैं इसलिए मांस खाते हैं। उनके इस बयान के बाद से हंगामा शुरू हो गया है। भाजपा नेता राम कदम ने जितेंद्र आव्हाड के खिलाफ FIR भी दर्ज कराई है।