लखनऊ। प्रभु राम की नगरी अयोध्या में रामलला के गर्भ गृह (Ram Mandir )का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। 22 जनवरी 2024 को 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड शुभ मुहूर्त में मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सोनिया गांधी, ममता बनर्जी, खरगे समेत विपक्ष के कई नेताओं को न्योता दिया गया है। हालांकि अब तक सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को निमंत्रण नहीं मिला है। इसे लेकर अब सपा अध्यक्ष ने प्रतिक्रिया दी है।
उनकी मर्जी के बिना दर्शन नहीं
अखिलेश यादव ने प्राण-प्रतिष्ठा में शामिल होने को लेकर कहा कि मेरा मानना है कि बिना भगवान की मर्जी से कोई दर्शन करने नहीं जा सकता है। उनकी इच्छा के बिना कोई दर्शन नहीं पाता है। कब किसको भगवान का बुलावा आ जाये कोई कह नहीं सकता है। बता दें कि अखिलेश समाजवादी पार्टी की महिला सभा की बैठक में शामिल होने गए थे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात की और कई सवालों के जवाब दिए।
भाजपा सांसद ने की थी ये मांग
सपा नेताओं को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा में शामिल होने का विवाद तब से शुरू हुआ जब कन्नौज से भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने राम मंदिर ट्रस्ट को चिट्ठी लिखी। भाजपा सांसद ने कहा था कि राम भक्तों पर गोली चलाने वालों को इसमें शामिल होने का निमंत्रण न दिया जाये। इस लेकर भाजपा सांसद ने राम मंदिर ट्रस्ट को चिट्ठी लिखी थी और कहा था कि कई नेता बोले रहे हैं कि उन्हें प्राण-प्रतिष्ठा में शामिल होने का निमंत्रण नहीं मिला है। ये वही लोग हैं जिन्होंने राम भक्तों पर गोली चलवाई।