लखनऊ। प्रभु राम की नगरी अयोध्या में रामलला के गर्भ गृह का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। 22 जनवरी 2024 को 12 बजकर 20 मिनट पर मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को अपने हाथों से रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा करेंगे। इसमें शामिल होने के लिए सभी मेहमानों को न्योता भेज दिया गया है। बड़ी संख्या में रामभक्तों को अयोध्या आने की उम्मीद है। इसे लेकर राम जन्मभूमि ट्रस्ट की तरफ से जरूरी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। कार्यक्रम में आने वालों को इन निर्देशों का ध्यान रखना होगा वर्ण एंट्री लेने में मुश्किल हो सकती है।
जानिए जरूरी दिशा निर्देश
राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने कहा है कि समारोह में आने वाले सभी मेहमान 20 जनवरी की शाम से लेकर 21 जनवरी की दोपहर तक आ जाएं। अगर वो 22 जनवरी की सुबह पहुंचते हैं तो फिर अयोध्या में प्रवेश करने में उन्हें दिक्कत होगी। निमंत्रित लोग अपना आधार कार्ड अपने साथ रखे। मोबाइल और पर्स जैसे सामानों को ले जाने की महानी रहेगी। 22 जनवरी को कार्यक्रम स्थल पर सुबह 11 बजे से पहले पहुंचना पड़ेगा। प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 3 घंटे तक चल सकता है। इसके अलावा कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने और वहाँ से वापस आने में एक किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ेगा। अगर कोई चलने में असमर्थ है और बुजुर्ग हैं या फिर बीमार हैं तो वो कार्यक्रम में शामिल होने न आये।
एक कार्ड पर सिर्फ एक एंट्री
ट्रस्ट ने साफ़ तौर पर कहा है कि एक निमंत्रण पत्र पर एक ही व्यक्ति आ सकता है। एंट्री के वक़्त निमंत्रण पत्र साथ होना जरूरी है। यदि कोई बिना निमंत्रण पत्र के आता है तो उसे बाहर ही रहना पड़ेगा। मेहमानों का प्रवेश बिना उनके सुरक्षाकर्मियों के होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सिक्योरिटी पहले ही वहां पर तैनात रहेगी। पीएम मोदी के मंदिर परिसर से चले जाने के बाद लोग वहाँ पर रामलला के दर्शन कर पाएंगे।