लखनऊ। राजधानी लखनऊ के संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस की ओल्ड बिल्डिंग परिसर में बनी OT में सोमवार को आग लगने से दो मरीजों की मौत हो गई। इसमें 31 दिन का एक नवजात और एक महिला शामिल हैं जबकि दो मरीज बुरी तरह से झुलस गए हुए हैं। इस हादसे के लिए जिम्मेदार कौन है इसकी लिस्ट बननी शुरू हो गई है।
डॉक्टरों ने की लापरवाही
दरअसल शुरूआती जांच में पता चला है कि OT यानी ऑपरेशन थिएटर में डॉक्टरों ने एनेस्थिसिया में बेसुध मरीजों को छोड़ दिया था और भाग गए थे। अग्निकांड के दौरान दम घुटने से इन मरीजों की मौत हो गई। जिम्मेदारों पर शिकंजा कसने के लिए डायरेक्टर प्रो.आरके धीमन ने सभी विभागों के प्रमुखों की बैठक बुलाई है। इससे पहले कल सीएम योगी ने हादसे का संज्ञान लिया। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाने और उचित उपचार मुहैया कराने का निर्देश दिया।
दोषियों पर होगी कार्रवाई
वहीं डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि इस घटना की उच्च स्तरीय जांच होगी। साथ ही कहा कि PGI की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और दोषियों पर कार्रवाई की जायेगी। उत्तर प्रदेश सरकार पीड़ित परिजनों के साथ है। बता दें कि SGPGI की OT-1 में सोमवार दोपहर 12.40 बजे यह हादसा हुआ। थोड़ी देर में ही आग ऑपरेशन थियेटर में फैल गई। अगलगी के वक़्त एक महिला की एन्डो सर्जरी और एक बच्ची की हार्ट सर्जरी हो रही थी। हादसे में जान गंवाने वाली महिला पीलीभीत की रहने वाली थी जबकि बच्ची मात्र 31 दिन की थी।