लखनऊ। उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को किसी भी वक़्त बाहर निकाला जा सकता है। मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। बताया जा रहा है कि अगले 60 मिनट में मजदूर बाहर आ सकते हैं। वहीं टनल के अंदर फंसे 41 मजदूरों में यूपी के लखीमपुर खीरी के 25 वर्षीय मंजीत भी शामिल है। मंजीत लखीमपुर खीरी के भैरमपुर के रहने वाले हैं। मंगलवार को मंजीत की मां को जैसे ही खबर मिली कि उनका बेटा किसी भी वक़्त सुरंग से बाहर निकल सकता है तो बेटे के इंतजार में बैठी मां के चेहरे पर चमक आ गई। वहीं मंजीत के पिता चौधरी उत्तरकाशी में ही हैं।
दिवाली पर घर आ जाए बेटा
बेलराया इलाके से पांच किलोमीटर की दूर भैरमपुर गांव में मंजीत का परिवार रहता है। गांव में उसके माता-पिता, दो बहनें और बूढ़े दादा रहते हैं। परिवार के भरण पोषण के लिए मंजीत उत्तरकाशी मजदूरी करने गया था। मंजीत की मां ने बेटे से कहा था कि दिवाली पर घर चले आना लेकिन वह नहीं आ सका। फिर टनल हादसा हो गया। घटना के दूसरे दिन ही मंजीत के पिता चौधरी उत्तरकाशी के लिए रवाना हो गए थे। वहीं बेटे के इंतजार में मां की बेचैनी दिनों-दिन बढ़ती जा रही थी।
दिन-रात प्रार्थना कर रहीं मां
मंजीत की मां ने कहा कि बचाव कार्य में लगी मशीनें जब रुक जाती थीं तो ऐसा लगता था कि उनकी जिंदगी रुक गई। अब बाहर आने की खबर सुनकर उनमें जान आ गई है। वह हर समय भगवान से प्रार्थना कर रही हैं कि उनके बेटे समेत सभी श्रमिक सुरक्षित सुरंग बाहर निकल आएं। वहीं मंजीत के बाहर निकलने की खबर सुनकर गांव के लोग भी उनके घर पहुंच रहे हैं।