लखनऊ: लखनऊ पुलिस नवंबर के महीने को यातायात माह के रूप में मनाती हैं। इस माह के दौरान पुलिस लोगों के भीतर रोड सेफ्टी से जुड़ी जानकारी पहुंचाने का लक्ष्य रखती हैं। इस अभियान में पुलिस द्वारा लोगों को आम दिनचर्या में गाड़ी चलाते समय हेलमेट, सीट बेल्ट आदि का उपयोग करने के लिए कहा जाता हैं। इस मिशन का कुल मकसद लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटना की संख्या को कम करना हैं। इसी क्रम में लखनऊ के हजरतगंज चौराहे पर यातायात माह के अंतर्गत ट्रैफिक पुलिस द्वारा बिना हेलमेट व सीट बेल्ट के वाहन चालकों को रोक कर उन्हे हेलमेट और सीट बेल्ट लगा कर गाड़ी ड्राइव करने की नसीहत दी गई। वहीं इस पूरे अभियान में ट्रैफिक वार्डन अंशु दीक्षित द्वारा यमराज का रूप धारण किया गया। जोकि लोगों में जागरूकता फैला कर लोगों को बिना हेलमेट गाड़ी न चलाने की शपथ दिलाने का काम कर रहे थे। यमराज ने लोगों से यह भी कहा कि आप लोगों की लापरवाही से मुझे यहां आना पड़ता हैं। इसलिए नियमों का पालन करें और सुरक्षित रहें।
यमराज के मौजूद रहने की वजह
साक्षात यमराज की उपस्थिति से जनता को बिना हेलमेट व सीट बेल्ट के ड्राइविंग करने का अंजाम दिखाने की कोशिश की गई। इस दौरान यमराज ने अधिकतम लोगों को समझा बुझा कर रोड सेफ्टी रूल्स फॉलो करने के लिए कहा। वहीं कुछ लोगों के साथ यमराज उनकी गाड़ी पर बैठ कर थोड़ी दूर तक उनके साथ गए। जिससे यह संदेश पहुंचा कि बिना हेलमेट के वाहन चालकों को यमराज अपने संग ले गए।
अभियान में छात्र-छात्राओं की भूमिका
इस अभियान में एक निजी स्कूल के छोटे बच्चों ने भी अपनी अहम भूमिका दी। स्कूली बच्चों ने भी यातायात पुलिस और यमराज के संग लोगों में जागरूकता फैलाने का काम किया। बच्चों की उपस्थिति से बगैर हेलमेट और सीट बेल्ट के वाहन चालकों को अपने घर के छोटे बच्चों की याद दिलाई गई। वहीं यमराज द्वारा लोगों को शपथ दिलाने के बाद स्कूली बच्चों ने लोगों को गुलाब का फूल दे कर उस पल को यादगार बनाया।
रेडियो जगत की टीम भी अभियान में शामिल
इस पूरे अभियान में एफएम जगत की टीम ने भी अहम भूमिका निभाई हैं। आरजे खुशबू ने बताया कि पुलिस महकमे के साथ ही रेडियो मिर्ची द्वारा भी मिर्ची चालान के बैनर तले लोगों में जागरूकता फैलाने का काम किया जा रहा हैं। यह 9वीं बार है जब हमारी टीम बगैर हेलमेट, गलत तरीके से और लापरवाही से गाड़ी चलाने के खिलाफ लोगों को नसीहत देने का काम करती हैं। हमारा मकसद सड़क दुर्घटना से हो रही जान मान की हानी को कम करना रहता हैं।