Uttarkashi Tunnel Accident: इस समय देश में काफी बड़ा रेक्स्यू कार्य चल रहा है। इस समय कई जानें जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही है। वहीं बता दें कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू कार्य को रोका गया है। इस बारे में […]
Uttarkashi Tunnel Accident: इस समय देश में काफी बड़ा रेक्स्यू कार्य चल रहा है। इस समय कई जानें जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही है। वहीं बता दें कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू कार्य को रोका गया है। इस बारे में एनएचआईडीएसीएल के निदेशक डा अंशु मनीष खलको ने देर शाम को पत्रकारों को जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि सुरंग के अन्दर मशीन के वाइब्रेशन के कारण रेस्क्यू कार्य को रोका गया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि मलबा और न गिरे। इस दौरान मशीन को रेस्ट देने के लिहाज से भी काम को रोका गया है।
तकनीकी खराबी के कारण कार्य में बाधा
हालांकि, रेस्क्यू कार्य में बाधा का कारण मशीन में तकनीकी दिक्कतें भी बताई जा रही हैं। इस बीच एनएचआईडीसीएल के अधिकारियों ने बताया कि अभी तक सिर्फ 22 मीटर पाइप ही पुश किया गया है। इस दौरान बैकअप के लिए और मशीनें भी इंदौर के एयरलिफ्ट से मंगवाई गई है। यह मशीनें आज यानी शनिवार को सिलक्यारा पहुंचाई जाएंगी। बताया जा रहा है कि रेस्क्यू कार्य में लगातार देरी होने के कारण अंदर फंसे मजदूरों की मुश्किल बढ़ रही हैं। वहीं डीएम अभिषेक रूहेला और एसपी अर्पण यदुवंशी भी लगातार रेस्क्यू कार्यों की मॉनिटरिंग करते दिखाई दे रहे हैं।
खराब हो रही सुरंग में फंसे मजदूरों की हालत
दरअसल, उत्तरकाशी में पिछले 6 दिनों से टनल में फंसे हुए मजदूरों के लिए रेस्क्यू कार्य जारी है। मिली जानकारी के अनुसार इतने लंबे समय से टनल में फंसे मजदूरों की तबीयत काफी बिगड़ रही है। ऐसे में सुरंग में फंसे मजदूरों के लिए पाइप द्वारा सूखे मेवे और खाने का सामान भेजा जा रहा है। हालांकि, कुछ मजदूरों को कब्ज की शिकायत होने के कारण स्वास्थ्य विभाग की ओर से मजदूरों के लिए दवाईयां पहूंचाई जा गई हैं।