लखनऊ। काशी हिंदू विश्वविद्यालय परिसर स्थित आईआईटी बीएचयू परिसर में छात्रा के साथ हुए छेड़खानी मामले में उठा बवाल शांत नहीं हो रहा। घटना से नाराज छात्र-छात्राएं सड़क पर उतर आए। इस वजह से पठन-पाठन और शोध का काम ठप रहा। सुबह 10 बजे से देर रात तक धरना-प्रदर्शन करते रहे। इस दौरान आक्रोशित छात्र-छात्राओं से बात करने पहुंचे निदेशक पीके जैन और कई शिक्षकों को जिमखाना क्लब मैदान में बंधक बना लिया गया।
मूक दर्शक बनी रही पुलिस
नाराज छात्रों ने मैदान के बाहर निकलने वाला मुख्य दरवाजा बंद कर दिया। पुलिस भी मूक दर्शक बनी रही। बताया जा रहा है कि आईआईटी बीएचयू के इतिहास में अब तक इतना बड़ा प्रदर्शन नहीं हुआ था। ऐसा पहली बार है कि एक हजार से अधिक छात्र सड़क पर उतर गए। छात्र-छात्राएं मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि परिसर में प्रवेश करने संबंधी जगहों पर बैरिकेडिंग लगाया जाए। सीसीटीवी कैमरे के साथ ही घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो।
जानिए मामला
बता दें कि छात्रा द्वारा दर्ज शिकायत के मुताबिक वह अपने छात्र दोस्त के साथ देर रात छात्रावास जा रही थी। तभी बाइक सवार तीन अज्ञात बदमाशों ने आईआईटी बीएचयू कैंपस में उन्हें पकड़ लिया और दोनों को अलग-अलग जगहों पर ले गए। इसके बाद वो छात्रा के साथ छेड़खानी और जबरदस्ती करने लगे। साथ ही उसका अश्लील वीडियो बना लिया। छात्रा के चीखने-चिल्लाने के बाद आरोपी वहां से फरार हो गए।
आक्रोशित छात्रों ने किया प्रदर्शन
बीती रात हुई घटना को लेकर आईआईटी बीएचयू कैंपस के छात्र-छात्राओं में नाराजगी देखने को मिल रही है। आक्रोशित छात्र-छात्रा सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने आईआईटी बीएचयू प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इस तरह की घटना यहां पर अक्सर होती है। उनका कहना है कि लगातार निदेशक से कैंपस में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की मांग की गई लेकिन अब तक यह काम नहीं हुआ। कैंपस पूरी तरह से सीसीटीवी कैमरे से युक्त नहीं है।