Thursday, October 3, 2024

PCS ज्योति मौर्या के खिलाफ नहीं मिले भ्रष्टाचार के सबूत, मंडलायुक्त ने भेजी रिपोर्ट

लखनऊ। पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या को बड़ी राहत मिली है। दरअसल उनके खिलाफ जारी जांच में भ्रष्टाचार के आरोपों की पुष्टि नहीं हो पाई। प्रयागराज के मंडलायुक्त ने शासन को रिपोर्ट भेज दी है। रिपोर्ट के परीक्षण के बाद ज्योति के खिलाफ जांच प्रक्रिया बंद हो जाएगी।

नहीं मिले कोई सबूत

मालूम हो कि ज्योति के पति आलोक ने उनके ऊपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। नियुक्ति विभाग से भी इनकी शिकायत की गई थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए शासन ने प्रयागराज के मंडलायुक्त को जांच रिपोर्ट देने को कहा था। जिसके बाद जांच के लिए अपर आयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई। कमेटी ने आलोक को साक्ष्यों के साथ बुलाया लेकिन फिर उन्होंने अपनी शिकायत ही वापस ले ली। जानकारी के मुताबिक मंडलायुक्त ने शासन को रिपोर्ट भेज दी है। जिसमें उन्होंने कहा है कि ज्योति के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत नहीं मिले हैं।

ये था मामला

मालूम हो कि एसडीएम ज्यौति मौर्य और उनके पति आलोक मौर्य का विवाद काफी चर्चा में रहा। आलोक ने अपनी पत्नी पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। आलोक की तरफ से ज्योति पर गाजियाबाद के होमगार्ड कमांडेंट रहे मनीष दुबे से अफेयर सहित भ्रष्टाचार और अवैध वसूली तक के आरोप लगाए गए। उन्होंने इसे लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ को एक पत्र लिखकर ज्योति मौर्य पर कार्रवाई की मांग की थी। जिसके बाद शासन ने आलोक की शिकायत को संज्ञान में लिया और ज्योति के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे।

जानिए कौन है ज्योति-आलोक

ज्योति मौर्य यूपी के बनारस की रहने वाली है। उसके पिता एक छोटी से चक्की की दुकान चलाते है। ज्योति जब ग्रेजुएशन कर रही थीं तभी शादी हो गई। उन्होंने शादी के बाद अपना ग्रेजुएशन पूरा किया। ज्योति पढ़ने में अच्छी थी तो उनके पति आलोक ने उन्हें प्रयागराज में यूपीपीसीएस की कोचिंग करवाई। साल 2015 में ज्योति का पीसीएस में चयन हो गया और उन्हें 16वीं रैंक मिली। कई जिलों की SDM रहने के बाद अभी वर्तमान में वो बरेली की एक शुगर मिल में जीएम के पद पर तैनात हैं। आलोक और ज्योति दो जुड़वा लड़कियों के माता-पिता है।

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