लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम एवं सपा प्रमुख अखिलेश यादव सोमवार को देवरिया के फतेहपुर गांव पहुंचे। वहां जाकर वो सबसे पहले सत्यप्रकाश दुबे के आवास पर गए। जिसके बाद इस सामूहिक हत्याकांड में मारे गए पांचों मृतकों के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित की। इसके बाद वो घर के अंदर पहुंचे जहां पर बिखरे हुए सामान को देखकर हैरान रह गए।
प्रेम यादव की बेटियों को बंधाया ढांढस
फिर सपा प्रमुख अभयपुर टोला स्थित पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव के घर पहुंचे। वहां उन्होंने मृतक प्रेम यादव की पत्नी शीला यादव और उनकी दोनों बेटियों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया। मालूम हो कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव के दौरे को लेकर प्रशासन भी अलर्ट है। किसी भी तरह की घटना को रोकने के लिए एसपी ने सोशल मीडिया सेल को एक्टिव कर दिया है। गांव में चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई है। रविवार की शाम से ही गांव में सख्त पहरा लगाया गया है। वहीं दूसरी तरफ सत्यप्रकाश दुबे के बड़े बेटे देवेश ने अखिलेश यादव ने मिलने के लिए मना कर दिया। इस संबंध में उसने देवरिया DM को पत्र लिखकर कहा कि वो सपा प्रमुख से नहीं मिलना चाहता क्योंकि इससे उसके जान-माल को खतरा है।
जानिए पूरा मामला
बता दें कि पूरा मामला देवरिया जिले में रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के फतेहपुर गांव का है। जहां 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती के दिन सुबह-सुबह जमीन विवाद में पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की हत्या कर दी गई। जिसके बाद गुस्साएं मृतक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के घर में घुसकर पति, पत्नी और तीन नाबालिग बच्चों की निर्मम हत्या कर दी। इस घटना में एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसका अभी इलाज चल रहा है।