लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कैबिनेट का विस्तार को लेकर यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि यह नवरात्री में हो सकता है। वहीं मंत्री बनाए जाने के सवाल पर सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने बड़ा बयान दिया है।
मंत्रीमंडल के विस्तार होने की संभावना
उत्तर प्रदेश में मंत्री बनने की हसरत रखने वाले ओम प्रकाश राजभर अब शांत नज़र आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि घोसी उपचुनाव से पहले कैबिनेट के विस्तार की चर्चाएं जोरों-शोरों से चल रही थी। बता दें कि यह माना जा रहा था कि एनडीए गठबंधन का हिस्सा बने सुभासपा प्रमुख को भी योगी मंत्रिमंडल का हिस्सा बनाया जा सकता है पर बीजेपी प्रत्याशी दारा सिंह चौहान की करारी हार के बाद कैबिनेट का विस्तार टल गया था। वहीं अब ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि नवरात्र में ही सीएम योगी के मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है।
क्या है मंत्रिमंडल विस्तार में देरी का कारण ?
दरअसल ओम प्रकाश राजभर अपने मंत्री बनाए जाने की चर्चा पर कोई भी बयान देने से बचते नज़र आ रहे हैं। इस दौरान यह बताया जा रहा है कि ओम प्रकाश राजभर को आधिकारिक खबर का इंतजार है। उन्होंने यह कहा है कि मंत्रीपद मिलने की आधिकारिक पुष्टि होने के बाद ही मीडिया को बयान दिया जाएगा। फिलहाल यह बता दें कि घोसी उपचुनाव में मिली करारी हार के बाद बीजेपी नेता दारा सिंह चौहान का शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात का सिलसिला लगातार जारी है। यहीं नहीं उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की थी। मंत्रिमंडल विस्तार में देरी की वजह घोसी उपचुनाव के बाद बदले हुए समीकरण को भी माना जा रहा है।
निगम और आयोग में कार्यकर्ताओं की चल रही हैं चर्चाएं
इसके अलावा यह भी बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी काफी एक्टिव हो गई है। निगम और आयोग में कार्यकर्ताओं को बिठाने की रणनीति पर चर्चाएं चल रही हैं। वहीं घोसी उपचुनाव का नतीजा आने के बाद ओम प्रकाश राजभर से मंत्री बनने के सवाल लगातार पूछे जा रहा हैं। पिछले दिनों उन्होंने इसे लेकर बड़ा बयान दिया था। ओम प्रकाश राजभर ने कहा था कि एनडीए के मालिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हैं और मंत्री बनाए जाने का फैसला बीजेपी आला कमान करेंगे।