लखनऊ। यूपी के आगरा के दयालबाग इलाके में राधा स्वामी सत्संग सभा पर हुए प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर आज इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। दरअसल आगरा जिले के दयालबाग इलाके में 23 सितंबर (शनिवार) को पुलिस और प्रशासन की तरफ से सरकारी जमीन पर कब्जे के मामले में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। अतिक्रमण राधा स्वामी सत्संग सभा की तरफ से कब्जा किए गए जमीन पर चलाया गया। इस दौरान प्रशासन की तरफ से राधा स्वामी सत्संग सभा का गेट गिरा दिया गया। वहीं प्रशासन की टीम के जाते ही सत्संगियों ने मिलकर फिर से गेट खड़ा कर दिया।
इसके बाद रविवार को एक बार फिर से पुलिस और प्रशासन की टीम अवैध कब्जे को हटाने पहुंची। पुलिस और सत्संगियों का आमना-सामना हो गया। बिगड़े हुए माहौल को शांत करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे लेकिन बात और बढ़ गई और सत्संगियों ने पुलिस बल पर पथराव कर दिया। इससे मौके पर हंगमा हो गया और बेकाबू भीड़ को शांत करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
बता दें कि सोमवार को राधा स्वामी सत्संग सभा ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की। इस पर संज्ञान लेते हुए हाईकोर्ट ने दो दिनों के लिए प्रशासन के अतिक्रमण हटाओ अभियान पर रोक लगाते हुए स्टे आर्डर जारी कर दिया। जिसके बाद आज फिर इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई होगी।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस मामले में सोमवार को सुनवाई के दौरान प्रशासनिक टीम से जवाब मांगा था। इसे लेकर अधिकारियों ने कहा कि सार्वजनिक रास्तों पर हुए अतिक्रमण को हटाने के संबंध में वे अपना पक्ष रखेंगे। हाईकोर्ट की कार्रवाई से पहले जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है अपने पक्ष को मजबूती से रखने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने चकबंदी के सारे रिकॉर्ड खंगाल लिए हैं। प्रशासन के मुताबिक यह दस्तावेज स्पष्ट कर देगा कि आम रास्ता सार्वजनिक है और उस पर किसी एक का अधिकार नहीं हो सकता।
इधर, राधा स्वामी सत्संग सभा के एक सत्संगी ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने सत्संगियों की तरफ से किए जा रहे कई समाजसेवी कामों का हवाला दिया है। साथ ही चल रहे घटनाक्रम के बारे में भी अपना पक्ष रखा है। पीएम को लिखे इस पत्र में सत्संगी ने प्रधानमंत्री से सत्संगियों और प्रशासन के बीच हुए टकराव का भी जिक्र किया है।