लखनऊ। सदन में महिला आरक्षण बिल पेश कर दिया गया है। कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पेश किया। इसके तहत महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा। बता दें कि नये संसद भवन में केंद्र सरकार ने पहला बिल पेश किया। जिसे ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ नाम दिया गया। इस बिल से लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं को 33 प्रतिशत सीटें मिलने का प्रावधान है। महिला आरक्षण बिल पर आज सदन में प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव की पत्नी व सांसद डिंपल यादव ने अपना पक्ष रखा।
10 वर्ष बाद आई याद
सदन में बोलते हुए डिंपल यादव ने कहा कि 10 वर्ष पूरा होने के बाद महिलाओं को सरकार की याद आई है। उन्होंने सवाल किया कि आने वाले समय में यह लागू हो पायेगा या नहीं? पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में यह लागू होगा या नहीं? जनगणना कब होगी? साथ ही यह सरकार जातिगत जनगणना करायेगी या नहीं? देश में परिसीमन कार्य कब कराया जायेगा?
पीएम को लेकर कही ये बात
डिंपल यादव ने आगे कहा कि पीएम मोदी ने सिद्धि की बात की थी तो सिद्धि की प्राप्ति तब होगी जब महिलाओं को पूर्ण रूप से आरक्षण मिलेगा। जब हम ओबीसी महिलाओं को इसमें शामिल करेंगे। SC/ST महिलाओं को इसमें शामिल करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी तीन तलाक की बातें करते हैं तो इसमें अल्पसंख्यंक महिलाओं को भी शामिल कर उनका मान और पक्ष रखा जाये।