लखनऊ। यूपी के बरेली जेल में खेला हो रहा था। माफिया अतीक अहमद का भाई अशरफ इस जेल में बंद है। अतीक के भाई अशरफ की मदद करने के आरोप में जिला जेल के बंदी रक्षक सहित दो लोगों को मंगलवार को एसओजी ने गिरफ्तार किया है। एसओजी ने बंदी रक्षक शिवहरी अवस्थी के साथ कैंटीन में सामान सप्लाई करने वाले नन्हे उर्फ दयाराम को गिरफ्तार किया है। इनके ऊपर आरोप है कि ये लोग जेल स्टाफ की मदद से अशरफ के साले सद्दाम और उसके साथियों की बिना पर्ची के अशरफ से मुलाकात कराते थे। साथ ही बंदी रक्षक की मदद से अशरफ के साथी उसे रुपये और सामान का सप्लाई भी करते थे। जिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, उनके कब्जे से 2 मोबाइल फोन व 3920 रुपये नकद बरामद हुए है।
सामान और रुपये उपलब्ध कराता था सप्लायर
बंदी रक्षक शिवहरी अवस्थी और कैंटीन में सामान सप्लाई करने नन्हे उर्फ दयाराम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस प्रकरण में थाना बिथरी चैनपुर में अशरफ समेत पांच अन्य नामजद के अतिरिक्त जेल के अज्ञात अधिकारी-कर्मचारी के साथ-साथ अशरफ के गुर्गों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। यह रिपोर्ट अतीक अहमद के भाई खालिद अजीम उर्फ़ अशरफ, उसके साले सद्दाम, लल्ला गद्दी, जेल सिपाही शिव हरी अवस्थी, जेल में कैंटीन सप्लायर दयाराम आदि के ऊपर दर्ज कराई गई है। दयाराम उर्फ़ नन्हें पर आरोप है कि वह सामान की सप्लाई के दौरान अशरफ को खाने-पीने का सामान और रुपये उपलब्ध कराता था। बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड में अशरफ भी नामजद है।
गवाहों की हत्या की हो रही थी साज़िश
बताया जा रहा है कि जिला जेल आरक्षी शिवहरि अवस्थी अधिकारियों के आदेश पर एक आईडी से 6-7 व्यक्तियों को सप्ताह में दो तीन बार जेल के ही अंदर एक नियत स्थान के अलावा अन्य स्थान पर अशरफ से उसके सगे संबंधियों को मिलवाता था। इस काम के बदले अशरफ उन लोगों को रुपये देता था। इन आरोपियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर में लिखा गया है कि अशरफ जब लल्ला गद्दी और सद्दाम से मिलता था तो साजिश रची जाती थी। अशरफ जेल से पुलिस अधिकारी और गवाहों की हत्या की साजिश रच रहा था। यहां तक की अशरफ फ़ोन से गवाहों को धमकी देता था और वसूली करता था।