लखनऊ। प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड की जांच में जुटी यूपी पुलिस के हाथ एक पुख्ता जानकारी मिली है। जानकारी के मुताबिक इस वारदात के बाद माफिया अतीक अहमद ने जेल में अपने करीबियों से कहा कि मैं कई बार सांसद और विधायक रह चुका हूं लेकिन इस बार मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई। विधानसभा सत्र चलने के दौरान ये घटना नहीं करानी चाहिए थी। इसकी टाइमिंग गलत साबित हुई।
उमेश पाल ने उधार लिए थे 5 करोड़
बताया जा रहा है कि उमेश पाल ने माफिया अतीक अहमद से पांच करोड़ रुपये उधार लिए थे। इसके बाद वह अतीक अहमद को धोखा देने लगा। अतीक के गुजरात जेल जाने के बाद उमेश पाल ने उसके कई बेशकीमती जमीनों के सौदे किए। उमेश पाल ने पुलिस-प्रशासन में अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया और जमीनों के फर्जी दस्तावेज तैयार कब्जा कर लिया। यह बात जब अतीक अहमद को पता चली तो उसे उमेश से खतरा महसूस होने लगा।
अतीक के लिए खतरा बन गया था उमेश
माफिया अतीक अहमद को अपना वर्चस्व खत्म होने का डर सताने लगा। इसके बाद वह उमेश पाल को अपने रास्ते से हटाने का योजना बनाने लगा। उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक जांच में कई ऐसे तथ्य सामने आये है, जिससे पता चलता है कि अतीक और उमेश के बीच दुश्मनी काफी बढ़ गई थी। प्रयागराज में कमिश्नरेट गठित होने के कुछ समय बाद तक पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच ऊहापोह का उमेश पाल ने भरपूर फायदा उठाया। उमेश पाल अतीक के करीबियों की जमीन के सौदे में दखल देने लगा। ये सभी बातें गुजरात की साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद तक पहुंच रही थी।