लखनऊ। यूपी के अयोध्या जिले में एक महिला सिपाही के साथ सरयू एक्सप्रेस में हुई जघन्य वारदात मामले में आज इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान राज्य सरकार और रेलवे की तरफ से हाईकोर्ट में जवाब दाखिल किया गया है। सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने कहा कि वो वर्तमान में चल रही जांच से […]
लखनऊ। यूपी के अयोध्या जिले में एक महिला सिपाही के साथ सरयू एक्सप्रेस में हुई जघन्य वारदात मामले में आज इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान राज्य सरकार और रेलवे की तरफ से हाईकोर्ट में जवाब दाखिल किया गया है। सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने कहा कि वो वर्तमान में चल रही जांच से संतुष्ट हैं। साथ ही केंद्र और राज्य सरकार से जवाब तलब किया। अब इस मामले में अगली सुनवाई 13 सितंबर को होगी।
मालूम हो कि बीते महीने 30 अगस्त को प्रयागराज की रहने वाली महिला सिपाही की ड्यूटी सावन मेले में अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर पर रोज सुबह तीन बजे से शाम के 5:40 तक लगी हुई थी। 28 अगस्त को वह किसी काम से सुल्तानपुर गयी हुई थी और 29 अगस्त की शाम को सरयू एक्सप्रेस पकड़कर ड्यूटी करने अयोध्या जा रही थी। सरयू एक्सप्रेस प्रयागराज से सुल्तानपुर होते हुए अयोध्या और मनकापुर जाती है।
महिला सिपाही को ट्रेन में सो गयी और उसकी नींद नहीं खुली। ट्रेन सुबह मनकापुर से चलकर साढ़े 4 बजे अयोध्या पहुंची। जहां लोगों ने खाली बोगी में महिला सिपाही को खून से लथपथ देखा। जिसके बाद रेलवे पुलिस को सूचना दी गयी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में महिला को श्रीराम चिकित्सालय पहुंचाया, बाद में उसकी गंभीर हालत देखकर उसे दर्शन नगर मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया। वहां पर भी जब स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो फिर लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। जहां अभी उसका उपचार हो रहा है।
बता दें कि लखनऊ ट्रामा सेंटर में भर्ती महिला सिपाही अभी बेहोश है। ट्रेन में यात्रा कर रहे चश्मदीदों का कहना है कि महिला सिपाही के कपड़े अस्त-व्यस्त थे। उसके चेहरे पर धारदार हथियार से वार किया गया था और उसके गाल पर साइड में एक कट बना हुआ था। साथ ही सिर से खून निकल रहा था और आईब्रो कटी हुई थी। महिला सिपाही के चेहरे पर 15 टांके लगे हुए हैं।अभी तक ये नहीं पता चल पाया है कि महिला सिपाही के साथ गैंगरेप हुआ है कि नहीं।