Friday, September 20, 2024

नमाज के लिए बस रोकने वाले कंडक्टर ने की आत्महत्या, भड़के अखिलेश यादव ने कह दी ये बात

लखनऊ। यूपी के बरेली से यात्रियों को नमाज पढ़वाने के आरोप में नौकरी से निकाले गए कंडक्टर मोहित यादव ने ख़ुदकुशी कर ली है। मोहित नौकरी जाने का तनाव नहीं सह पाया और मैनपुरी में ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। इस मामले में सपा नेता अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया दी है।

बेहद शर्मनाक और निंदनीय

यूपी परिवहन निगम के दो कर्मचारियों को केवल इस बात के लिए निलंबित किया जाना कि उन्होंने किसी की धार्मिक प्रार्थना के लिए सिर्फ़ दो मिनट की देरी कर दी, कहाँ का इंसाफ़ है। इस प्रताड़ना से दुखी होकर एक ने आत्महत्या कर ली। भावपूर्ण श्रद्धांजलि! सौहार्द के लिए प्रसिद्ध इस देश में सद्भावना के लिए अब कोई जगह नहीं बची है। यह दुर्भाग्यपूर्ण, निंदनीय और शर्मनाक है। इस सरकार से पीड़ित के परिवार के लिए मुआवज़ा की माँग उप्र परिवहन के हर एक कर्मचारी को करनी चाहिए। आज ये किसी और के साथ हुआ है, कल ये किसी और के साथ होगा।

कलिता एक्सप्रेस के आगे कूदकर दी जान

मैनपुरी के घिरोर थाना क्षेत्र के नगला खुशाली गांव के रहने वाले राजेंद्र यादव का 36 वर्षीय बेटा मोहित यादव बरेली डिपो में बस कंडक्टर था। पिछले आठ सालों से यूपी रोडवेज में संविदा कर्मचारी था। इसके बदले उसे हर महीने लगभग 17,000 रुपये वेतन मिलता था। बीते रविवार को वह अचानक से गायब हो गया, जिसके बाद अगली सुबह अचानक रेलवे की पटरियों पर उसका शव मिला। जानकारी के मुताबिक मोहित ने कलिता एक्सप्रेस के आगे कूदकर अपनी जान दे दी।

यात्रियों के नमाज के लिए रुकी थी बस

बता दें कि मोहित पर आरोप था कि उसने 3 जून की रात में दिल्ली जाने वाली बस को रुकवाई थी क्योंकि दो यात्रियों को नमाज अदा करना था। इस घटना पर बस में सवार अन्य यात्रियों ने विरोध जताई थी। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। जैसे ही यह मामला संज्ञान में आया तो मोहित की संविदा समाप्त कर दी गयी और बस ड्राइवर को भी निलंबित कर दिया गया।

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