लखनऊ। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य हिंदू धर्म के खिलाफ अपने विवादित बयान को लेकर निशाने पर हैं। आज ही अयोध्या के महंत परमहंस दास उनके बयान से नाराज होकर अखिलेश यादव से शिकायत करने पहुंचे थे। इसी बीच पद्म विभूषण से सम्मानित तुलसी पीठाधीश्वर जगत गुरु रामभद्राचार्य महाराज ने भी स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को लेकर उनकी निंदा की है।
मूर्ख है स्वामी प्रसाद मौर्य
जिसमें उन्होंने कहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य पर मुझे टिप्पणी करना अच्छा नहीं लगता क्योंकि वो पूर्व रूप से मूर्ख और पागल है। उसका सठियाया हुआ व्यक्तित्व है। स्वामी प्रसाद राजनीति में पूरी तरह से पराजित है। महाराज ने आगे कहा कि हिंदू धर्म ही सनातन वैदिक धर्म है और यह शास्त्रों से प्रमाणित हो चुका है। बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदू धर्म पर विवादित बयान देते हुए कहा कि कोई हिंदू धर्म है ही नहीं। हिंदू नाम का कोई धर्म है ही नहीं बल्कि हिंदू धर्म केवल एक धोखा है।
बीजेपी वालों के लिए धंधा
दरअसल स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक्स यानी ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि हिंदू नाम से कोई धर्म ही नहीं है बल्कि यह एक धोखा है। असल मायनों में ऐसा कोई धर्म ही नहीं है। इस वीडियो में स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों ने हिंदू धर्म के नाम पर इन्होंने शूद्रों का हमेशा अपमान है। जिसको आप धर्म मानते हो ये बीजेपी वालों के लिए धंधा हो।
ब्राह्मण धर्म ही हिंदू धर्म
इसके अलावा उन्होंने लिखा कि ब्राह्मणवाद की जड़े बहुत गहरी है और सारी विषमता का कारण भी ब्राह्मणवाद ही है। हिंदू नाम का कोई धर्म है ही नहीं, हिंदू धर्म केवल धोखा है। सही मायने में जो ब्राह्मण धर्म है, उसी ब्राह्मण धर्म को हिंदू धर्म कहकर के इस देश के दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों को अपने धर्म के मकड़जाल में फंसाने की एक साजिश है। अगर हिंदू धर्म होता तो आदिवासियों का भी सम्मान होता है, दलितों का भी सम्मान होता, पिछड़ों का भी सम्मान होता लेकिन क्या विडंबना है।