Sunday, November 10, 2024

शिक्षिका ने मुस्लिम बच्चे को हिंदू छात्रों से पिटवाया तो भड़के -ओवैसी, जाने योगी को लेकर क्या कह डाला

लखनऊ। यूपी के मुजफ्फरनगर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक महिला शिक्षिका ने मुस्लिम धर्म से संबंध रखने वाले बच्चे को उसकी क्लास के दूसरे धर्म से आने वाले बच्चों से पिटवाया है। यह वीडियो सामने आते ही हड़कंप मच गया है। दरअसल महिला शिक्षक ने जिस बच्चे की पिटाई का आदेश दूसरे बच्चों को दिया वह मुस्लिम है।

मासूम बच्चें को पड़वाया थप्पड़

वायरल हो रहे वीडियो में एक महिला टीचर अपने कुर्सी पर बैठी हुई है। सामने में ही अन्य छात्र जमीन पर बैठे हुए हैं तभी टीचर एक मासूम छात्र को थप्पड़ मरवा रही है। महिला अन्य मासूम छात्रों से उस बच्चे को थप्पड़ मारने के लिए कहती है और अपने सामने में ही उसे थप्पड़ पड़वाती है। इस दौरान वहां पर एक अन्य शिक्षक भी बैठे हुए हैं। बताया जा रहा है कि उसी शख्स ने यह वीडियो बनाया था।

भाजपा का फैलाया केरोसिन

वहीं इस वीडियो के सामने आने से यूपी की राजनीति में बवाल खड़ा हो गया है। कांग्रेस नेता एवं पूर्व अमेठी सांसद राहुल गांधी से लेकर जयंत चौधरी और ओवैसी ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि मासूम बच्चों के मन में भेदभाव का ज़हर घोलना, स्कूल जैसे पवित्र स्थान को नफ़रत का बाज़ार बनाना – एक शिक्षक देश के लिए इससे बुरा कुछ नहीं कर सकता। ये भाजपा का फैलाया वही केरोसिन है जिसने भारत के कोने-कोने में आग लगा रखी है। बच्चे भारत का भविष्य हैं – उनको नफ़रत नहीं, हम सबको मिल कर मोहब्बत सिखानी है।

अल्पसंख्यक समुदायों के ख़िलाफ़ हिंसा भड़काने की कोशिश

राष्ट्रीय लोकदल चीफ जयंत चौधरी ने इस पूरे मामले पर कहा है कि मुज़फ़्फ़रनगर स्कूल का वीडियो एक दर्दनाक चेतावनी है कि कैसे गहरी जड़ें जमा चुके धार्मिक विभाजन हाशिये पर पड़े अल्पसंख्यक समुदायों के ख़िलाफ़ हिंसा को भड़का सकते हैं। मुज़फ़्फ़रनगर के हमारे विधायक यह सुनिश्चित करेंगे कि यूपी पुलिस स्वत: मामला दर्ज करे और बच्चे की शिक्षा बाधित न हो।

कहां गयी योगी की नीति?

इस मामले पर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि यह वीडियो उत्तर प्रदेश का है। टीचर एक मुसलमान बच्चे को क्लास के बाक़ी बच्चों से पिटवा रही है और इस पर फ़क़्र भी कर रही है। बच्चे के पिता ने उसे स्कूल से निकाल दिया और लिखित में दे दिया कि वो कोई कार्यवाही नहीं करवायेंगे। पिता का मानना है कि उन्हें इंसाफ़ की कोई उम्मीद नहीं हैं और उन्हें डर है कि “माहौल” ख़राब हो जाएगा। सीएम योगी आदित्यनाथ “जो अपराध करेगा उसको ठोक दिया जाएगा”, ये आपकी नीति है ना? तो अब ऐसा क्यों कि पुलिस इस टीचर को जाने दे रही है?

सीएम योगी की नफरती सोच जिम्मेदार

ओवैसी ने आगे कहा कि इस बच्चे के साथ जो हुआ है, उसके ज़िम्मेदार सीएम योगी और उनकी नफ़रती सोच हैं। इस मुजरिम को शायद आप लखनऊ बुलवा कर पुरस्कार से नवाज़ेंगे। पुलिस का काम है कि किशोर न्याय 2015 क़ानून के दफ़ा 75 के तहत सख्त कार्रवाई करे। न जाने कितने मुसलमान बच्चे जिंदगी भर खामोशी में अपमान सहने पर मजबूर हैं। ये आम बात है कि मुसलमान बच्चों को स्कूल में “जिहादी” और “पाकिस्तानी” कह कर चिढ़ाया जाता है। सरकार को चाहिए कि बच्चे के परिवार को मुआवज़ा दे और सुनिश्चित करे कि उसकी पढ़ाई सुरक्षित माहौल में हो।

चुप क्यों है एनएचआरसी?

ओवैसी ने आगे NHRC को टैग करते हुए लिखा कि एनएचआरसी बाक़ी जगह तो तुरंत एक्शन ले लेता है, यहां क्या हो गया? एक नोटिस तक जारी नहीं किया। बच्चों पर ज़ुल्म हो रहा है, लेकिन पुलिस आरोपी को जाने देती है। ऐसे में पुलिस पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई?

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