लखनऊ। मधुमिता शुक्ला हत्याकांड मामले में पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि की रिहाई को लेकर सपा सांसद और पूर्व सीएम अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने इसे लेकर बीजेपी सरकार पर करारा हमला किया है।
महिलाओं के खिलाफ दिया जा रहा गलत मैसेज
अमरमणि त्रिपाठी की रिहाई पर प्रतिक्रिया देते हुए डिंपल यादव ने कहा कि यह बहुत ही निराशाजनक है। उत्तर प्रदेश की तरह गुजरात में भी इसी तरीके का किस्सा आया था जो लोग आरोपी थे उनको रिहा किया गया था और भाजपा के लोगों ने उनका फूल-मालाओं से स्वागत किया था। भारत आज बहुत ही अलग परिस्थितियों से गुजर रहा है। पूरे देश में महिलाओं के खिलाफ एक अलग तरीके का मैसेज दिया जा रहा है।
क्या है मधुमिता शुक्ला हत्याकांड?
9 मई 2003 को लखनऊ के निशातगंज स्थित पेपर मिल कॉलोनी में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था। मशहूर कवयित्री मधुमिता शुक्ला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड ने उस समय की यूपी की तत्कालीन बसपा सरकार को हिला दिया था। बताया जाता है कि जांच के दौरान मधुमति शुक्ला और अमरमणि त्रिपाठी के बीच प्रेम-प्रसंग का मामला निकल कर सामने आया था। उस समय अमरमणि त्रिपाठी बसपा के कद्दावर नेताओं में शुमार थे। देहरादून की फास्ट ट्रैक अदालत ने 24 अक्टूबर 2007 को अमरमणि, उनकी पत्नी मधुमणि, भतीजा रोहित चतुर्वेदी और शूटर संतोष राय को दोषी करार ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी।