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जानिए कौन हैं लखनऊ की ऋतु कारिधाल? जिनके कंधे पर टिकी है चंद्रयान-3 की लैंडिंग की जिम्मेदारी

लखनऊ। महज कुछ ही घंटों में वह समय आने वाला है, जिसका इंतजार 140 करोड़ भारतीय बेसब्री से कर रहे हैं। आज शाम को चंद्रयान 3 की चांद पर लैंडिंग होगी। इसे लेकर देश में प्रार्थनाओं का दौर जारी है। चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर की सफल लैंडिंग उत्तर प्रदेश के लिए खास होने वाला है। […]

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ऋतु करिधाल
  • August 23, 2023 6:22 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

लखनऊ। महज कुछ ही घंटों में वह समय आने वाला है, जिसका इंतजार 140 करोड़ भारतीय बेसब्री से कर रहे हैं। आज शाम को चंद्रयान 3 की चांद पर लैंडिंग होगी। इसे लेकर देश में प्रार्थनाओं का दौर जारी है। चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर की सफल लैंडिंग उत्तर प्रदेश के लिए खास होने वाला है। दरअसल यूपी की लखनऊ की बेटी और ‘रॉकेट वूमन’ के नाम से मशहूर डॉ. ऋतु कारिधाल के कंधों पर इसकी सफल लैंडिंग की जिम्मेदारी है।

चंद्रयान-3 की मिशन डायरेक्टर हैं ऋतु

डॉक्टर ऋतु कारिधाल चंद्रयान-3 की मिशन डायरेक्टर हैं। इस अभियान के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पी. वीरा मुथुवेल हैं। ऋतु इससे पहले मंगलयान की डिप्टी ऑपरेशन डायरेक्टर और चंद्रयान-2 में मिशन डायरेक्टर की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं। अब उनके हाथों में चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग की अहम जिम्मेदारी है। आज ऋतु के ऊपर भारत की उन सभी महिलाओं की नजरें है जो अंतरिक्ष की दुनिया में रुचि है।

लखनऊ की बेटी हैं ऋतु

भारत के कई अंतरिक्ष मिशनों में काफी अहम भूमिका निभाने वाली ऋतु का जन्म 1975 में यूपी के लखनऊ में हुआ था। ऋतु करिधाल की स्कूलिंग सेंट एग्निस स्कूल से हुई। इसके बाद उन्होंने नवयुग कन्या विद्यालय व महिला विद्यालय में भी पढ़ाई की। लखनऊ विश्वविद्यालय से उन्होंने फिजिक्स में ग्रेजुएशन किया। 6 महीने तक रिसर्च करने के बाद उन्होंने गेट निकाला। इंडियन इंस्टीट्यूट आफ साइंसेज बैंगलोर से उन्होंने मास्टर्स किया। यहीं से फिर एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में डिग्री ली और 1997 में इसरो ज्वाइन किया।

रॉकेट वुमन के नाम से मशहूर 2 बच्चों की मां

“रॉकेट वुमन” के नाम से मशहूर दो बच्चों की मां ऋतु करिधाल बचपन से ही मेघावी थीं। उन्हें अब चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। 2007 में उन्हें इसरो ने यंग साइंटिस्ट के अवार्ड से नवाजा था। इसके अलावा इन्हें डा. एपीजे अब्दुल कलाम युवा वैज्ञानिक पुरस्कार से सम्मनित किया जा चुका है।


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