लखनऊ। अपने दो दिवसीय दौरे पर यूपी पहुंचे पीएम मोदी ने गोरखपुर की गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह में शिरकत की। इस दौरान पीएम लीला चित्र मंदिर देखने पहुंचे और यहां उन्होंने टेसू के फूलों से बने 675 साल पुराने राम-कृष्ण के चित्र को देखा। शताब्दी समारोह के समापन समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि गीता प्रेस विश्व का ऐसा इकलौता प्रिंटिंग प्रेस है जो सिर्फ संस्था नहीं बल्कि जीवंत आस्था है। गीता प्रेस का कार्यलाय करोड़ों-करोड़ लोगों के लिए किसी मंदिर से कम नहीं है। इसके नाम और काम में भी गीता है। जहां गीता है वहां साक्षात् कृष्ण भी हैं।
गांधी और गीता प्रेस
पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमारी सरकार ने गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार भी दिया है। गांधी जी का गीता प्रेस से भावनात्मक जुड़ाव था। एक समय में गांधी जी कल्याण पत्रिका के माध्यम से गीता प्रेस के लिए लिखा करते थे। मुझे बताया गया कि गांधी जी ने ही सुझाव दिया था कि कल्याण पत्रिका में विज्ञापन न छापे जाएं। कल्याण पत्रिका आज भी गांधी जी के सुझाव का शत-प्रतिशत अनुसरण कर रही है।
अपनी विरासत पर गर्व करें
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि गीता प्रेस इस बात का प्रमाण है कि जब आपके उद्देश्य शुद्ध हों, आपके मूल्य शुद्ध हों तो सफलता आपका पर्याय बन जाती है। आज भारत विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है…यह समय गुलामी की मानसिकता से मुक्त होकर अपनी विरासत पर गर्व करने का है।