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Manilal Patidar Case: खनन कारोबारी की मौत मामले में IPS मणिलाल पाटीदार बर्खास्त, जानिए क्या है मामला

लखनऊ। निलंबित आईपीएस अधिकारी मणिलाल पाटीदार को भारतीय पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मणिलाल पाटीदार के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। इसके अलावा उनका नाम यूपी पुलिस के 2014 बैच के IPS अफसरों की सिविल लिस्ट से भी हटा दिया गया है। उत्तर प्रदेश शासन के द्वारा भेजी […]

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  • June 24, 2023 12:46 pm IST, Updated 2 years ago

लखनऊ। निलंबित आईपीएस अधिकारी मणिलाल पाटीदार को भारतीय पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मणिलाल पाटीदार के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। इसके अलावा उनका नाम यूपी पुलिस के 2014 बैच के IPS अफसरों की सिविल लिस्ट से भी हटा दिया गया है। उत्तर प्रदेश शासन के द्वारा भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मणिलाल पाटीदार को बर्खास्त कर दिया है। बता दें कि वो अभी लखनऊ जेल में बंद है।

बर्खास्तगी के लिए यूपी सरकार ने की सिफारिश

वर्तमान में लखनऊ जेल में बंद मणिलाल पाटीदार ने बीते साल अक्टूबर में सरेंडर किया था। उनके ऊपर यूपी के महोबा में व्यापारी इन्द्रकांत त्रिपाठी की आत्महत्या मामले में वसूली करने का आरोप लगा था। यूपी की विजिलेंस विंग ने उनके खिलाफ दर्ज मुक़दमा में चर्जशीट दाखिल कर दी है। खनन व्यापारी इन्द्रकांत त्रिपाठी की मौत के बाद IPS मणिलाल पाटीदार फरार हो गए थे। उनकी बर्खास्तगी के लिए यूपी सरकार की तरफ से केंद्र से सिफारिश की गई थी।

जानिए क्या था मामला

मामला 8 सितंबर 2020 का है। महोबा के करवई थाना क्षेत्र के व्यापारी इन्द्रकांत त्रिपाठी ने तत्कालीन महोबा SP मणिलाल पाटीदार के खिलाफ सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की थी। जिसमें उन्होंने पाटीदार पर वसूली के प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। इसके 2 दिन बाद इंद्रकांत त्रिपाठी की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत हो गई। परिजनों के शिकायत पर मणिलाल पाटीदार एवं अन्य लोगों के खिलाफ 11 सितंबर 2020 की शाम को FIR दर्ज कराई गई थी।

एक लाख रुपये का इनाम था घोषित

इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने SIT गठित की थी। लेकिन इसके बाद आईपीएस मणिलाल पाटीदार फरार हो गया था। वहीं एसआईटी की जांच में मणिलाल पाटीदार समेत अन्य पुलिसकर्मी दोषी पाए गए थे। मामले में थानाध्यक्ष देवेन्द्र शुक्ला समेत 4 सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया गया। 2 साल फरार रहने के बाद पाटीदार ने 15 अक्टूबर 2022 को सरेंडर किया था। बता दें कि उसके ऊपर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित था।


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