लखनऊ। 28 मई, रविवार यानी कि नए संसद भवन के उद्घाटन के दिन महिला पहलवानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। जिसके बाद से मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर है। दरअसल नए भवन के उद्घाटन के दिन पहलवानों ने महिला पंचायत करने का फैसला किया था लेकिन पुलिस ने उन्हें रोकते हुए हिरासत में ले लिया। जिसके बाद देश में सियासी घमासान मच गया। बसपा सुप्रीमों मायावती ने भी महिला पहलवानों के समर्थन में ट्वीट किया है।
न्याय दें केंद्र सरकार
मायावती ने पहलवानों का समर्थन करते हुए कहा कि केंद्र सरकार उन्हें न्याय देने के लिए आगे आए। मायावती ने लिखा है कि विश्व कुश्ती में भारत का नाम रौशन करके गौरवपूर्ण स्थान पाने वाली भारतीय बेटियां कुश्ती फेडरेशन आफ इंडिया के प्रमुख पर शोषण के गंभीर आरोपों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर आन्दोलन करने को मजबूर हैं। इन बेटियों को न्याय दिलाने के लिए केन्द्र सरकार को जरूर आगे आना चाहिए।
जंतर मंतर से उखाड़े गए तंबू
बता दें कि जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों को पुलिस ने न सिर्फ हिरासत में लिया बल्कि उनके तंबू भी उखाड़ फेंके। दरअसल महिला पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष व बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। बृजभूषण के खिलाफ केस हो चुका हैं लेकिन अब तक गिरफ़्तारी नहीं हुई है।