लखनऊ। नए संसद भवन का उद्घाटन होने वाला है लेकिन इससे पहले विपक्ष के 19 दलों ने इस कार्यक्रम को सामूहिक रूप से बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। बुधवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी इस समारोह में शामिल नहीं होगी। वहीं अब इसे लेकर सपा […]
लखनऊ। नए संसद भवन का उद्घाटन होने वाला है लेकिन इससे पहले विपक्ष के 19 दलों ने इस कार्यक्रम को सामूहिक रूप से बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। बुधवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी इस समारोह में शामिल नहीं होगी। वहीं अब इसे लेकर सपा महासचिव रामगोपाल यादव का बयान भी सामने आया है।
राष्ट्रपति के हाथों हो संसद का उद्घाटन
रामगोपाल यादव ने कहा है कि संविधान में राष्ट्रपति सर्वोपरि हैं तो इस लिहाज से नए संसद का उद्घाटन उन्हें करना चाहिए। संसदीय परंपरा में पीएम सर्वोच्च हैं लेकिन राष्ट्रपति संविधान के मुताबिक सबसे ऊपर हैं। संसद का उद्घाटन राष्ट्रपति के हाथों होना चाहिए। वहीं गठबंधन से जुड़े सवाल को लेकर उन्होंने कहा कि सब चाहते हैं 2024 में विपक्ष में गठबंधन हो।
सीएम योगी ने विपक्ष को ललकारा
वहीं सीएम योगी ने विपक्ष के बहिष्कार पर करारा हमला बोला है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान देते हुए कहा है कि नई संसद का उद्घाटन ऐतिहासिक अवसर है। इसे लेकर विपक्ष गैर जिम्मेदार बयानबाजी कर रहा है। विपक्ष गौरवशाली दिन का अपमान कर रही है। विपक्ष का रवैया गैर-जिम्मेदाराना है, इस तरह की बयानबाजी देश बर्दाश्त नहीं करेगा। जनता विपक्ष की बयानबाजी को नकार देगी। ऐसा करके वो लोकतंत्र को कमजोर कर रहे हैं। पहले के पीएम भी ऐसे उद्घाटन कर चुके हैं।