लखनऊ। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर अपने विवादित बयान की वजह से चर्चा में हैं। दरअसल स्वामी प्रसाद मौर्य ने साधु-संतों के कपड़ों पर टिप्पणी की है। उन्होंने साधु-संतों को गेरुआ वस्त्र में आतंकवादी बताया है। उन्होंने संतों के गेरुए वस्त्र पर निशाना साधते हुए कहा है कि रामचरितमानस पर बयान के बाद उनकी हत्या करने को लेकर ईनाम का ऐलान किया गया था। ऐसा करने वाले लोग संत नहीं बल्कि गेरुआ वस्त्र में आतंकवादी चेहरे थे।
धर्म की आड़ में नीच कहना गलत
मालूम हो कि सपा महासचिव मौर्य ने रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान दिया था। उनके बयान पर साधु-संत भड़क गए और उनकी जीभ काटने पर ईनाम देने की घोषणा की गई। स्वामी प्रसाद मौर्य ने गाजीपुर में आयोजित बुद्ध जयंती के कार्यक्रम में रामचरितमानस पर फिर से टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि धर्म की आड़ में आप किसी को नीच नहीं कह सकते। धर्म की दुहाई देकर किसी को प्रताड़ित नहीं किया जा सकता है।
बाबाओं के बयान नहीं संविधान से चलेगा देश
स्वामी प्रसाद ने आगे कहा कि देश में साधु-संतों के भेष में सारे आतंकवादी हैं। कोई बोल रहा था कि स्वामी प्रसाद का सिर काट देंगे। कोई कह रहा मौर्य की हत्या कर दूंगा। किसी ने कहा कि जो स्वामी प्रसाद को मार देगा उसे 51 करोड़ देंगे तो कोई 31 लाख में मारने की बात कर रहा। देश बाबाओं के बोलने से नहीं बल्कि संविधान से चलेगा।