लखनऊ। सीएम आवास के पास आत्मदाह करने वाले युवक आनंद मिश्रा की इलाज के दौरान मौत हो गई। मौके पर मौजूद पुलिस ने युवक को आनन-फानन में सिविल अस्पताल में एडमिट कराया था। हालांकि युवक की हालत गंभीर थी, जिसके बाद उसने दम तोड़ दिया। बता दें कि आनंद ने 26 अप्रैल को आग लगाई थी। 5 दिन तक उसका इलाज चला लेकिन नहीं बचाया जा सका। मंगलवार को जब उसका शव घर पहुंचा तो परिजनों ने खूब हंगामा किया और अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। हालांकि प्रशासन द्वारा मुकदमा लिखे जाने का आश्वासन देने पर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। इसके अलावा मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच लाख रुपए, गांव में जमीन और आयुष्मान कार्ड देने का वादा किया गया है।
इस वजह से किया आत्मदाह
मृतक के बड़े भाई राजू ने रोते हुए बताया कि करीब 2 साल से आनंद माखी थाने का चक्कर काट रहा था। लेकिन पुलिस ने विधायक बम्बा लाल दिवाकर के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं की। बता दें कि मृतक युवक ने आत्मदाह करने से पहले बीजेपी विधायक पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। जिसके बाद उसने सीएम आवास के पास अपने शरीर पर मिट्टी तेल डालकर आग लगा लिया। 21 अप्रैल को उसने फेसबुक पर विधायक बंबा लाल दिवाकर को गोली मारने की धमकी दी थी। जिसके बाद पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। पुलिस की टीम उसकी तलाश कर रही थी।
जानिए क्या था मामला?
मालूम हो कि उसने फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि जुलाई में हमारी गोली का शिकार बीजेपी विधायक बंबा लाल बनेंगे। उसने प्रशासन को चुनौती देते हुए लिखा था कि अगर दम है तो हमें रोक कर दिखा दे। दरसअल 2021 में आनंद के भाई गोलू के सिर में किसी ने धारधार हथियार से वार किया था। इस मामले में वह FIR दर्ज करना चाहता था। लेकिन पुलिस ने FIR नहीं दर्ज की। इसके अलावा वह बीजेपी विधायक से भी मिलने गया था लेकिन वो नहीं मिले। इससे युवक नाराज हो गया था।