लखनऊ। यूपी के फतेहपुर में मंगलवार की सुबह ट्रिपल मर्डर से जिले में हड़कंप मच गया। फतेहपुर के हथगाम थानाक्षेत्र के तहिरापुर चौराहे के पास बाइक सवार किसान नेता पप्पू सिंह, उनके बेटे अभय सिंह और छोटे भाई रिंकू सिंह की ट्रैक्टर सवार हमलावरों ने गोलियों से हत्या कर दी। गांव के ही पूर्व प्रधान […]
लखनऊ। यूपी के फतेहपुर में मंगलवार की सुबह ट्रिपल मर्डर से जिले में हड़कंप मच गया। फतेहपुर के हथगाम थानाक्षेत्र के तहिरापुर चौराहे के पास बाइक सवार किसान नेता पप्पू सिंह, उनके बेटे अभय सिंह और छोटे भाई रिंकू सिंह की ट्रैक्टर सवार हमलावरों ने गोलियों से हत्या कर दी। गांव के ही पूर्व प्रधान मुन्नू सिंह के साथ रहे लोगों पर आरोप है कि उन्होंने इस हत्या को अंजाम दिया है।
इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलने के बाद मौके पर हुसेनगंज, हथगाम और सुल्तानपुर घोष की पुलिस पहुंची। किसान नेता पप्पू सिंह की माता रामदुलारी सिंह वर्तमान में ग्राम प्रधान हैं। आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस को शव उठाने से मना कर दिया। घटना के बाद इकट्ठा भीड़ की मांग है कि इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए। उसके बाद ही शव को उठाने देंगे। महिला प्रधान रामदुलारी के 45 साल के बेटे विनोद उर्फ पप्पू सिंह भाकियू टिकैत गुट के उपाध्यक्ष थे।
पप्पू बाइक से सुबह तहिरापुर चौराहा गए थे। वापस लौटते समय रास्ते में पूर्व प्रधान मुन्नू सिंह का बेटा पीयूष सिंह मिला। रास्ते को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया। किसान नेता विनोद सिंह ने अपने बेटे अभय सिंह को बुला लिया। पीयूष ने भी अपने पूर्व प्रधान पिता आदि को बुलाकर विनोद सिंह और उनके बेटे अभय सिंह को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया, जिससे मौके पर चीख पुकार मच गई। इसी बीच किसान नेता के छोटे भाई अनूप सिंह उर्फ पींकू पहुंचे। तब तक पीयूष सिंह के परिवार वाले चार पहिया गाड़ी से आ धमके।
अनूप सिंह उर्फ पींकू को भी गोली मार दी गई। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। इस घटना की खबर मिलते ही एसओ निकेत भारद्वाज, सीओ बृजमोहन राय और फोरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची। तिहरे हत्याकांड के विरोध पर परिवार वालों ने आरोपी की गिरफ्तारी के साथ घर पर बुलडोजर चलाने की मांग की। जिस पर एसपी धवल जायसवाल ने ग्रामीण और परिवार वालों को आश्वस्त किया कि केस दर्ज कर शीघ्र ही हत्यारोपितों की गिरफ्तारी कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हालांकि पुलिस को परिवार वालों की ओर से कोई तहरीर नहीं मिली है। सुबह नौ बजे से सुबह पौने 11 बजे तक परिवार और ग्रामीण ने पुलिस को शव उठाने से मना कर दिया। मांग की कि आरोपियों की गिरफ्तारी कर पहले उनका घर ढहाया जाए। हत्या करने में पांच से छह लोग थे, इन सभी पर गैंगस्टर की कार्रवाई की जाए।