लखनऊ: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 24 फरवरी 2025 से 12 मार्च 2025 तक आयोजित की जाएंगी। लखनऊ जिले में कुल 127 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 126 नियमित केंद्र और एक मॉडल कारागार केंद्र शामिल हैं। इन केंद्रों पर कुल 1,03,778 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे, जिनमें हाईस्कूल […]
लखनऊ: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 24 फरवरी 2025 से 12 मार्च 2025 तक आयोजित की जाएंगी। लखनऊ जिले में कुल 127 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 126 नियमित केंद्र और एक मॉडल कारागार केंद्र शामिल हैं। इन केंद्रों पर कुल 1,03,778 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे, जिनमें हाईस्कूल के 53,931 (27,048 लड़के और 26,883 लड़कियां) और इंटरमीडिएट के 49,847 (24,524 लड़के और 25,323 लड़कियां) शामिल हैं।
उत्तर पुस्तिकाओं में बदलाव : इस वर्ष उत्तर पुस्तिकाओं के प्रत्येक पृष्ठ पर क्रम संख्या मुद्रित की जाएगी, जिससे पृष्ठों की अदला-बदली की संभावना समाप्त हो जाएगी। साथ ही उत्तर पुस्तिकाओं को धागे से सिला जाता है ताकि पन्ने बदलना संभव न हो। ठीक इसी तरह अगर कोई छात्र नकल करते पकड़ा गया तो उसकी उत्तर पुस्तिका सत्यापन के लिए स्वीकार नहीं की जाएगी। नकल करते पकड़े जाने पर 1 करोड़ रुपये का जुर्माना या जेल भी होगी.
प्रयागराज समेत उत्तर प्रदेश के 17 जिलों को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया है. इन जिलों में नकल माफिया और असामाजिक तत्वों पर विशेष निगरानी रखते हुए सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. विद्यार्थियों की सुविधा के लिए सभी परीक्षा केन्द्रों पर स्वच्छ शौचालय, पेयजल की समुचित व्यवस्था, निर्बाध विद्युत आपूर्ति, साफ-सफाई एवं प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा सुनिश्चित की गई है।
वहीं सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे और वॉयस रिकॉर्डर लगाए गए हैं, जिनकी निगरानी जिला स्तर पर राजकीय जुबली इंटर कॉलेज में स्थापित कंट्रोल रूम से 24 घंटे की जाएगी। जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट की नियुक्ति: जिले में 5 जोनल, 14 सेक्टर मजिस्ट्रेट व 126 स्टेटिक मजिस्ट्रेट नियुक्त किये गये हैं, जो परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण करेंगे.