लखनऊ। अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर बड़ा उलटफेर हुआ है। 8 साल बाद भाजपा जीत की ओर आगे बढ़ती नजर आ रही है। भाजपा 60936 वोटों से आगे चल रही है। ऐसे में भाजपा कार्यालय में जश्न का माहौल है। हलवाई लड्डू बना रहे हैं। ढोल-नगाड़े पर भाजपा कार्यकर्ता झूम रहे हैं। अबीर-गुलाल से […]
लखनऊ। अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर बड़ा उलटफेर हुआ है। 8 साल बाद भाजपा जीत की ओर आगे बढ़ती नजर आ रही है। भाजपा 60936 वोटों से आगे चल रही है। ऐसे में भाजपा कार्यालय में जश्न का माहौल है। हलवाई लड्डू बना रहे हैं। ढोल-नगाड़े पर भाजपा कार्यकर्ता झूम रहे हैं। अबीर-गुलाल से होली खेलते हुए भी दिखाई दे रहे हैं।
वहीं, सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद और उनके सांसद पिता अवधेश प्रसाद सुबह से घर से ही नहीं निकले हैं। मिल्कीपुर सीट पर बीजेपी के चंद्रभानु पासवान बड़ी जीत की ओर बढ़ रहे हैं। 29वें राउंड में 60,936 वोटों से बड़ी जीत की ओर आगे बढ़ रहे हैं। अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद की ये बड़ी हार मानी जा रही है। मिल्कीपुर सीट पर अंतिम चरण यानी 30वें राउंड की गिनती जारी है। बीजेपी के चंद्रभानु पासवान लगभग 55 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं।
मिल्कीपुर में अगर भाजपा जीतती है तो 8 साल बाद फिर से सीट पार्टी के खाते में जाएगी। बड़ी बात यह है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में इसी विधानसभा सीट पर बीजेपी सपा से हार गई थी। मिल्कीपुर सीट पर बीजेपी जीत के करीब है। इस बीच सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव का ट्वीट सामने आया हैं, जिसमें उन्होंने कहा है कि पीडीए की बढ़ती शक्ति का सामना भाजपा वोट के दम पर नहीं कर सकती है, इसीलिए वो चुनावी तंत्र का गलत इस्तेमाल करके जीतने की कोशिश करती है।
ऐसी चुनावी धांधली करने के लिए जिस स्तर पर अधिकारियों की हेराफेरी करनी होती है, वो 1 विधानसभा में तो भले किसी तरह संभव है, लेकिन 403 विधानसभाओं में ये ‘चार सौ बीसी’ नहीं चलेगी। इस बात को बीजेपीवाले भी जानते हैं, इसीलिए भाजपाइयों ने मिल्कीपुर का उपचुनाव टाल दिया था। पीडीए मतलब 90% जनता ने स्वयं अपनी आँखों से ये धांधली देखी है। ये झूठी जीत है, जिसका जश्न भाजपाई कभी भी आईने में अपनी आंखों में आंखें डालकर नहीं मना पाएंगे। उनका अपराधबोध और भविष्य में हार का डर उनकी नींद उड़ा देगा।
जिन अधिकारियों ने चुनावी धांधली का अपराध किया है, वो आज नहीं तो कल अपने लोकतांत्रिक-अपराध की सज़ा पाएंगे। एक-एक करके सबका सच सामने आएगा। न क़ुदरत उन्हें बख़्शेगी, न क़ानून।
पीडीए की बढ़ती शक्ति का सामना भाजपा वोट के बल पर नहीं कर सकती है, इसीलिए वो चुनावी तंत्र का दुरुपयोग करके जीतने की कोशिश करती है।
ऐसी चुनावी धांधली करने के लिए जिस स्तर पर अधिकारियों की हेराफेरी करनी होती है, वो 1 विधानसभा में तो भले किसी तरह संभव है, लेकिन 403 विधानसभाओं में…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 8, 2025