लखनऊ। संभल हिंसा के ढ़ाई महीने बाद राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा संभल पहुंचे है। जहां उन्होंने संभल हिंसा की मस्जिद का निरीक्षण किया हैं। इकबाल सिंह लालपुरा ने पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में अल्पसंख्यकों से मुलाकात भी की। मुलाकात करने के बाद हिंसा प्रभावित क्षेत्र पहुंचे और उसके बाद जमा मस्जिद के […]
लखनऊ। संभल हिंसा के ढ़ाई महीने बाद राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा संभल पहुंचे है। जहां उन्होंने संभल हिंसा की मस्जिद का निरीक्षण किया हैं। इकबाल सिंह लालपुरा ने पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में अल्पसंख्यकों से मुलाकात भी की। मुलाकात करने के बाद हिंसा प्रभावित क्षेत्र पहुंचे और उसके बाद जमा मस्जिद के अंदर मस्जिद कमेटी और अधिकारियों से बातचीत की।
गुरुवार को केंद्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा संभल के चंदौसी रोड स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस पहुंचे। इस दौरान एएसपी (उत्तरी) श्रीश्चंद्र, एसडीएम डॉ. वंदना मिश्रा, एडीएम प्रदीप वर्मा, सीओ संभल अनुज चौधरी और इंस्पेक्टर संभल अनुज कुमार तोमर मौके पर मौजूद रहें। अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों से बातचीत करने के बाद अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ने हिंसा वाले क्षेत्र का निरीक्षण भी किया। उन्होंने संभल की शाही जामा मस्जिद के अंदर 15 मिनट रुककर कमेटी के लोगों से बात की।
हिंसा प्रभावित वाले क्षेत्र की गलियों को अवलोकन किया। साथ ही अधिकारियों से हिंसा के बारे में जानकारी भी ली। जानकारी में जाना कि हिंसा कैसे शुरू हुई, भीड़ कहां से आई, पथराव और गोलीबारी कैसे शुरू हुई। बता दें कि बीते 19 नवंबर 2024 को हिंदू पक्ष की तरफ से सिविल सीनियर डिवीजन चंदौसी कोर्ट में दावा किया गया था कि संभल की शाही जामा मस्जिद श्री हरिहर मंदिर है। 19 नवंबर की शाम को मस्जिद के पहले चरण का सर्वे हुआ और दूसरे चरण का सर्वे 24 नवंबर को हुआ।
मस्जिद में चल रहे सर्वे के दौरान हजारों की संख्या में लोग मस्जिद के बाहर जमा हो गए। लोगों ने पुलिस पर पत्थरबाजी और गोलीबारी करनी शुरू कर दी। इस हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं भीड़ ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया था। हिंसा की जांच के लिए सीएम ने त्रिस्तरीय न्यायिक जांच आयोग की टीम का गठन किया था। टीम तीन बार संभल का दौरा कर चुकी है। टीम ने हिंसा पीड़ित लोगों और अधिकारियों का बयान भी दर्ज किया।