लखनऊ। आज महाकुंभ का तीसरा और आखिरी अमृत स्नान है। अमृत स्नान के लिए लाखों श्रद्धालुओं ने महाकुंभ में डुबकी लगा ली है। इस बीच मेला प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। मेला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण पर विशेष ध्यान देने पुलिस बल को तैनात किया गया है।
लोगों के लिए बसों और शटल की सुविधा
वहीं लखनऊ से आए प्रशासनिक अधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी और आशीष गोयल अपने पिछले अनुभवों को साझा कर मेला प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं। पिछले कुंभ (2019) में गोस्वामी प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष थे। वहीं गोयल उस समय प्रयागराज के मंडलायुक्त थे। यूपी राज्य सड़क परिवहन निगम ने प्रयागराज में त्रिवेणी के तट पर लगे आस्था के जन समागम में बसंत पंचमी स्नान पर्व के लिए शटल और आरक्षित बसों की व्यवस्था की है। महाकुंभ में 2 फरवरी की शाम तक लगभग 35 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में स्नान किया है।
श्रद्धालुओं की वापसी के लिए 2500 बसें
यूपी रोडवेज ने बसंत पंचमी के पर्व में आगंतुकों की वापसी के लिए 2500 बसें अलग से आरक्षित करके रखी हैं। महाकुंभ क्षेत्र से चार अस्थाई बस स्टेशन पहुंच रहे आगंतुकों के लिए हर 15 मिनट में रोडवेज बस मिलेगी। बयान में कहा गया कि इसमें सबसे ज्यादा 1500 बसें झूसी में बनाए गए रोडवेज के अस्थाई बस स्टेशन के लिए निर्धारित की गई हैं। वहीं, लखनऊ की ओर जाने के लिए बेला कछार में बनाए गए बस स्टेशन में 600 बसें, कानपुर की ओर जाने वाले आगंतुकों के लिए नेहरू पार्क बस स्टेशन में 300 आरक्षित है।
बस पर भीड़ को नियंत्रित करने की व्यवस्था
इसके साथ ही मिर्जापुर बांदा की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए लेप्रोसी अस्थाई बस स्टेशन में 100 रोडवेज बसें आरक्षित हैं। इसके अतिरिक्त नजदीक के स्थानों तक श्रद्धालुओं को पहुंचाने के लिए 550 शटल बसें मौजूद हैं। रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक हर दो मिनट में शटल सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। बस स्टेशन पर भी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है।