लखनऊ। संगम पर भगदड़ मचने के बाद स्थिति बेकाबू हो गई। जिससे अव्यस्था पैदा हो गई। मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ और भगदड़ की घटना के चलते सभी अखाड़ों ने अमृत स्नान न करने का ऐलान किया था, क्योंकि उनके वहां जाने से हालात और बिगड़ सकते है। यह ऐलान अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र गिरी ने निरंजन छावनी से किया।
अखाड़े करेंगे शाही स्नान
लेकिन अब अखाड़ों ने फैसला लिया है कि हालात सामान्य होते ही सभी अखाड़े अमृत स्नान कर सकते हैं। सीएम योगी ने कहा कि पहले आम जनता स्नान करेगी। बाद में सभी अखाड़े स्नान करेंगे। तीनों शंकराच्यों के एक साथ स्नान करने की तैयारी हैं। तीनों शंकराचार्य द्वारका पीठ के स्वामी सदानंद सरस्वती, श्रृंगेरी मठ के विधु शेखर भारती और ज्योतिषपीठ के स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती एक साथ सेक्टर 22 से संगम में स्नान के लिए सुबह 11 बजे रवाना होंगे।
राहुल गांधी ने व्यक्त किया दुख
इससे पहले अखाड़ा परिषद अध्यक्ष के ऐलान के बाद महानिर्वाणी अखाड़ा अपना जुलूस बीच रास्ते से ही वापस लेकर छावनी लौट गया। वहीं जूना अखाड़े ने भी अपना जुलूस छावनी में वापस बुला लिया। हादसे की सूचना मिलने के बाद अंजलि अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशनंद गिरि भी छावनी के साथ पहुंचे। भगदड़ हादसे के बाद कई नेता ट्वीट कर अपना दुख जता रहे हैं। इस बीच लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पोस्ट शेयर कर अपना दुख व्यक्त किया हैं।
प्रभावित परिवारों की मदद करें
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि “प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के कारण कई लोगों की मौत और घायल होने की खबर बेहद दुखद है। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। इस दुखद घटना के लिए कुप्रबंधन और प्रशासन का आम श्रद्धालुओं के बजाय वीआईपी मूवमेंट पर खास ध्यान जिम्मेदार है। मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से अनुरोध करता हूं कि वे प्रभावित परिवारों की मदद करें।”