लखनऊ। प्रयागराज महाकुंभ में आज भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में कई लोगों के मरने और घायल होने की सूचना मिली। भगगदड़ मचने से सभी सरकारी अमला ऐक्शन में है। अखाड़ों का अमृत स्नान रोक दिया गया है। इस बीच सियासत भी गरमाई है। कई नेता ट्वीट कर घटना पर दुख जता रहे हैं। साथ ही लोगों के स्वस्थ होने की कामना भी कर रहे हैं।
मेला सेना के हवाले करने की अपील
कई साधु-संतों ने भी इस हादसे में निराशा जाहिर की है। इस दौरान निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर प्रेमानंद गिरि का एक बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने महाकुंभ का आयोजन सेना के हवाले से करने की अपील की हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी अखाड़े सरकार से कहते रहे कि मेला को सेना के हवाले कर दीजिए। अगर सेना के हवाले से महाकुंभ का आयोजन होता तो यह हादसा नहीं होता है। जब भीड़ इतनी ज्यादा है तो पुलिस-प्रशासन संभाल ही नहीं सकती है।
बीएसपी सुप्रीमो ने जताया दुख
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने बताया अब भीड़ कम हो गई है। जिसे देखते हुए अमृत स्नान करने का निर्णय लिया गया है, लेकिन साधु संत जुलूस छोटा रखेंगे। ज्यादा तामझाम के साथ स्नान नहीं किया जाएगा। अमृत स्नान के लिए तय घाट को खाली कराया जा रहा है। मेला प्रशासन से बातचीत के बाद इसका समय निश्चित किया जाएगा। वहीं बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने X पर पोस्ट करके घटना पर अपना दुख जताया है। प्रयागराज की संगम स्थली पर, महाकुम्भ में हुई भगदड़ में, जिन भी श्रद्धालुओं की मृत्यु हुई है और घायल हुये हैं। यह घटना अति-दुःखद व चिन्तनीय है। ऐसे समय में कुदरत पीडि़तों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। पार्टी की यही कामना है।
सीएम आवास पर बैठक जारी
महाकुंभ में भगदड़ को लेकर लखनऊ में सियासत हलचल बढ़ गई है। यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास पर पहुंचे हैं। हादसे के बाद मुख्यमंत्री आवास पर 5 केडी में बड़ी बैठक आयोजित हुई। महाकुंभ हादसे को लेकर बैठक में DGP प्रशांत कुमार, ADG एलओ अमिताभ यश और प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद भी उपस्थित हैं। CM योगी अधिकारियों से हादसे की जानकारी ले रहे हैं। महाकुंभ में हेलीकॉप्टर से लगातार निगरानी की जा रही है।
व्यवस्था बनाए रखने से सहयोग करें
सीएम योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि जो श्रद्धालु जिस घाट के नजदीक है, वहीं स्नान करे। संगम नोज की ओर जाने की कोशिश न करें। स्नान के लिए कई स्नान घाट बनाए गए हैं। कहीं भी स्नान किया जा सकता है। प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। व्यवस्था बनाए रखने में सरकार का सहयोग करें। किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें।