लखनऊ। पुलिस जनता की सेवा के लिए काम करती है,लेकिन यूपी के झांसी से एक उल्टा ही मामला सामने आया है। जहां एक इंस्पेक्टर ने ही अपनी सहायता के लिए डायल 112 पुलिस को बुला लिया। पुलिस को बुलाने के बाद वह थाने के बाहर बैठकर फूट-फूटकर रोने लगे। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
छुट्टी को लेकर हुआ विवाद
झांसी के रिजर्व लाइन में बीते दिन छुट्टी को लेकर विवाद हो गया। निलंबित इंस्पेक्टर ने पुलिस पर आरोप लगाया कि आरआई ने छुट्टी मांगने पर उन्होंने उनकी पिटाई कर दी। जिसके बाद निलबिंत इस्पेक्टर ने सहायता के लिए डायल 112 पुलिस बुलाई, लेकिन पुलिस उसे उल्टा उठाकर थाने ले गई और उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली। जिसके बाद वह सड़क पर बैठकर फूट-फूटकर रोने लगे। साथ ही शिकायत दर्ज कराने की मांग करने लगे।
छुट्टी मांगने के लिए आवेदन दिया था
यह मामला बुधवार रात का है। मोहित यादव यूपी पुलिस में इंस्पेक्टर हैं। वह मैनपुरी के मूल निवासी है। 2012 में उनको मृतक आश्रित कोटे से सब-इंस्पेक्टर के रुप में नियुक्त किया गया था। अभी उनकी पोस्टिंग झांसी में हैं। सस्पेंड होने की वजह से वे पुलिस लाइन में कार्यरत हैं। मोहित का आरोप है कि उनको जानबूझकर परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा मुझे छुट्टी चाहिए थी, जिसके लिए मैने आवेदन किया था। जो RI सुभाष सिंह के पास से होते हुए SSP के पास जाना था। बुधवार की शाम को पता चला कि RI ने आवेदन एसएसपी के पास भेजा ही नहीं।
निलंबित इंस्पेक्टर के साथ बदतमीजी की
वह आवेदन लेकर RI के पास गए। वहां दोनों के बीच बहस हो गई। RI ने अन्य पुलिस कर्मचारियों के साथ मिलकर उसके प्राइवेट पार्ट पर लात मार दी। तब मोहित ने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को बुला दिया। पुलिस मोहित को उठाकर थाने ले गई। जहां उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई। मैं पहले भी इस्तीफा दे चुका हूं, लेकिन उसे मंजूर नहीं किया। RI सुभाष सिंह ने तहरीर में बताया कि दफ्तर में बैठकर सब काम कर रहे थे, तभी गणना मेजर हेड कॉन्स्टेबल सर्वेश के साथ निलंबित इंस्पेक्टर मोहित यादव आए ।
SSP का बयान
कहने लगे कि मेरी परमिशन क्यों नहीं कराई। इस पर आरआई ने कहा SSP से अपनी परमिशन कराएं। इतना कहने पर मोहित बहस करने लगे। निलंबित इंस्पेक्टर ने सरकारी काम में बाधा डालते हुए आरआई का कॉलर पकड़ लिया। गाली-गलौच करते हुए जान से मारने की धमकी दी और मुझे जमीन पर पटक दिया।