लखनऊ : आज मकर संक्रांति के दिन से महाकुंभ की पहली अमृत स्नान की शुरुआत हो गई है. अमृत स्नान पर त्रिवेणी घाट पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम पहुंच रहे हैं. महाकुंभ में सबसे पहले नागा साधु अमृत में स्नान करते हैं और बाद में अन्य भक्तों को स्नान करने की अनुमति दी जाती है. महाकुंभ के महापर्व में हर बार अलग-अलग मठों से अलग-अलग लोग और संत आते हैं.
फ्री में रहने की व्यवस्था
महाकुंभ का आयोजन हर 12 साल में एक बार होता है और इसकी मान्यता सभी कुंभ मेलों में सबसे ज्यादा है. यह 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक चलेगा. ऐसे में इस पवित्र मेले में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं. इस दौरान प्रयागराज में होटल काफी महंगे हो जाते हैं, जो कई श्रद्धालुओं के बजट से बाहर हो जाते हैं. लेकिन महाकुंभ के पावन मेले में कई स्थानों पर निःशुल्क आवास की व्यवस्था की गई है. ऐसे में अगर आप भी प्रयागराज महाकुंभ मेले में फ्री में रुकना चाहते हैं तो इन जगहों पर रुक सकते हैं.
पिंक शेल्टर होम
महाकुंभ मेले में महिलाएं अपने परिवार के साथ या अकेले भी जाती हैं. ऐसे में महिलाओं की सुरक्षा और आवास के लिए यहां पिंक शेल्टर होम बनाए गए हैं. जिन्हें पिंक शेल्टर होम कहा जाता है. आप यहां मुफ्त में रह सकते हैं. ठंड के मौसम में आश्रय गृह में बिस्तरों के साथ-साथ कंबल भी उपलब्ध हैं. अगल सोसाइटी की महिलाएं एक साथ इकट्ठी होकर महाकुंभ जा रही हैं तो यहां स्टे करना भी एक बेहतर ऑप्शन है.
रैन बसेरों में भी ठहर सकते हैं आप
प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान लोगों के लिए रैन बसेरे बनाए गए हैं. जहां आप फ्री में रह सकते हैं. अगर आप प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान ठहरने के लिए मुफ्त जगह की तलाश में हैं तो आप इन रैन बसेरों में भी रुक सकते हैं. यहां सोने के लिए बिस्तर और कंबल भी उपलब्ध कराया जाएगा. रैन बसेरों में तंबू बनाये जाते हैं, जिसके अंदर कई श्रद्धालु एक साथ निःशुल्क रह सकते हैं।