लखनऊ। यूपी के प्रयागराज में श्रद्धालुओं भीड़ उमड़ी है। आज से 45 दिवसीय महाकुंभ 2025 की शुरुआत हो गई है।144 सालों में केवल एक बार होने वाला एक दुर्लभ खगोलीय संयोग बन रहा है। इसने महाकुंभ की विशेषता को और बढ़ा दिया, जो ऐतिहासिक रूप से त्रिवेणी संगम पर आयोजित किया जा रहा है।
ठंड में डुबकी लगा रहे श्रद्धालु
देश और दुनिया के कोने-कोने से आए श्रद्धालु भीषण ठंड में भी त्रिवेणी संगम में डुबकी लगा रहे हैं। संगम में डुबकी लगाकर पुण्य प्राप्त किया जाता है। रविवार को लगभग 50 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया। इससे पहले, शनिवार को 33 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई थी। महाकुंभ के इस पहले स्नान पर्व में पौष पूर्णिमा के मौके पर आस्था के रंग दिखाई दिए। संगम तट पर श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता है। पूरी श्रद्धा के साथ उन्होंने पुण्य अर्जित किया। एप्पल कंपनी के मालकिन और स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन भी महाकुंभ पहुंचे है।
विदेशी पर्यटकों ने तारीफ की
इस दौरान विदेशों से आए पर्यटकों ने भारत देश की जमकर तारीफ की। महाकुंभ 2025 में शामिल होने रूस से आई एक श्रद्धालु ने कहा कि ‘मेरा भारत महान’ I LOVE YOU INDIA, भारत एक महान देश है, हम पहली बार महाकुंभ में आए हैं। यहां हम असली भारत को देख सकते हैं। असली शक्ति भारत के लोगों में निहित है, मुझे भारत से प्यार है।
ब्राजील के श्रद्धालु फ्रांसिस्को ने बताया कि मैं योग का अभ्यास करता हूं और मोक्ष की खोज के लिए यहां आया हूं।
महाकुंभ से जुड़ाव होना चाहिए
भारत दुनिया का आध्यात्मिक हृदय है, पानी ठंडा है लेकिन हृदय गर्मजोशी से भरा है। महाकुंभ 2025 में शामिल हुए पवन कुमार ने बताया कि मैं अयोध्या से आया हूं। ये तीर्थ राज प्रयाग है, यह जगह बहुत पवित्र है, ऐसा स्थान पूरे ब्रह्मांड में कहीं नहीं है। इसे तीर्थों का राजा भी माना जाता है। वहीं मैसूर के मूल निवासी और जितेश प्रभाकर अपनी पत्नी सास्किया नॉफ और एक बच्चे आदित्य के साथ महाकुंभ 2025 में आए हैं। जितेश ने बताया कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं यहां (भारत में) रहता हूं या विदेश में, जुड़ाव होना चाहिए।