लखनऊ: देवरिया में हत्या के एक मामले में तीन भाइयों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. साथ ही 20-20 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. इस मामले में तीनों की पत्नियां भी एक साल जेल में बिताएंगी. हत्या डेढ़ साल पहले जमीन बंटवारे के विवाद में हुई थी। मृतक अपराधियों का भतीजा लगता था.
बंटवारे को लेकर हुआ था विवाद
इस मामले में अपर शासकीय जिला अधिवक्ता मनीष सिंह ने बताया कि 30 जून 2023 की सुबह देवरिया जिले के बघौचघाट गांव में बंटवारे को लेकर दो पक्षों में जमकर विवाद हुआ था. इस दौरान रामनरेश प्रसाद के दरवाजे पर उनके पट्टीदार मुन्ना घातक हथियार के साथ पहुंचे और मारपीट करने लगे.
इस मामले में दर्ज हुआ था केस
इसी बीच रामनरेश का बेटा अभिषेक और उसकी पत्नी बीच-बचाव करने आगे बढे, जिनके उपर सभी आरोपियों ने हमला कर दिया, जिससे अभिषेक के सिर में गंभीर चोट आयी. आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान अभिषेक की मौत हो गई. इस मामले में मुन्ना प्रसाद, छेदी प्रसाद और भीम प्रसाद के खिलाफ हत्या समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
आरोपियों को भेजा गया जेल
इस घटना को लेकर जिला शासकीय अधिवक्ता ने बताया कि दोनों पक्षों को सुनने के बाद, तमाम सबूतों के आधार पर कोर्ट ने तीनों भाइयों को दोषी बताया है. इस मामले में तीनों की पत्नियों को भी दोषी पाया गया है. इसलिए तीनों को आजीवन कारावास और उनकी पत्नियों पूनम, बिंदू और सुशीला को एक-एक साल कैद की सजा सुनाई गई है. सभी को कोर्ट से सीधे जेल भेज दिया गया है.