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रामगोपाल यादव ने की सीएम योगी के भगवा कपड़ों पर टिप्पणी तो बीजेपी ने जमकर लगाई क्लास

लखनऊ: संभल मामले में सपा नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि हमारी सरकार के दौरान मंदिर बंद नहीं हुआ था. उन्होंने सीएम योगी के भगवा कपड़ों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर कोई भगवा वस्त्र पहनकर झूठ बोलता है तो इसका कोई इलाज नहीं है. इस पर बीजेपी ने भी पलटवार किया है. सीएम […]

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  • December 17, 2024 8:30 am Asia/KolkataIST, Updated 10 months ago

लखनऊ: संभल मामले में सपा नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि हमारी सरकार के दौरान मंदिर बंद नहीं हुआ था. उन्होंने सीएम योगी के भगवा कपड़ों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर कोई भगवा वस्त्र पहनकर झूठ बोलता है तो इसका कोई इलाज नहीं है. इस पर बीजेपी ने भी पलटवार किया है.

सीएम योगी के बयान पर जुबानी जंग शुरू

विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल में 46 साल से बंद मिले मंदिर को लेकर सपा-कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। इसके बाद उनके इस बयान को लेकर अब जुबानी जंग शुरू हो गई है. सपा सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि हमने मंदिर बंद नहीं किया था. सपा नेता ने कहा कि अगर कोई भगवा कपड़े पहनकर झूठ बोलता है तो इसका कोई इलाज नहीं है. सपा नेता के बयान पर बीजेपी ने भी पलटवार किया है.

भगवा कपड़े पहनकर झूठ बोलने का कोई इलाज नहीं

सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा, ”यह झूठ है कि हमने संभल का मंदिर बंद कर दिया था. जिन लोगों के पास जमीन थी, वे खुद बंद करके चले गए. अगर कोई भगवा कपड़े पहनकर झूठ बोलता है तो इसका कोई इलाज नहीं है”.

सपा को जय श्री राम कहने में क्या दिक्कत

रामगोपाल यादव के बयान पर पलटवार करते हुए बीजेपी विधायक सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि जो संत होता है वह सच बोलता है. उन्होंने कहा, ”संभल का इतिहास 1978 से भी पुराना है. अखिलेश यादव को जवाब देना चाहिए कि उन्होंने संभल में दंगों के खिलाफ अब तक क्या किया है.”जो संत होता है वह सत्य बोलता है। सीएम योगी के भाषण का सपा के पास कोई जवाब नहीं. उनके पास कोई काट नहीं है. सपा को जय श्री राम कहने में क्या दिक्कत है?”

सीएम योगी ने सपा के कार्यकाल का गिनाया दंगा

सीएम योगी ने विधानसभा में कहा था, ”संभल में दंगों का इतिहास 1947 से शुरू होता है. 1948 में छह लोग मारे गए। 1958 में फिर से दंगे हुए। 1962 और 1976 में पांच लोग मारे गए। 1978 में 184 हिंदुओं की हत्या कर दी गई और उन्हें सामूहिक रूप से जला दिया गया। वहां 184 हिंदू मारे गए. आप उस सच्चाई को स्वीकार नहीं करेंगे और वहां लगातार कई महीनों तक कर्फ्यू लगा रहा. 1980 में एक और दंगा हुआ जिसके परिणामस्वरूप एक की मृत्यु हो गई, 1982 में एक दंगा हुआ जिसके परिणामस्वरूप एक की मृत्यु हो गई, 1986 में चार लोग मारे गए। “1990 में पांच, 1992 में पांच, 1996 में दो, ऐसा लगातार जारी रहा है।”

1947 से अबतक 209 हिंदुओं की हत्या

सीएम योगी ने कहा कि 1947 से अबतक 209 हिंदुओं की हत्या की जा चुकी है. एक बार भी किसी ने निर्दोष हिंदुओं के लिए दो शब्द नहीं बोले. जो लोग आज घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं उन्होंने कभी भी हिंदुओं के लिए दो शब्द नहीं कहे।


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